राज्यसभा सांसद अमर सिंह का 64 साल की उम्र में शनिवार को सिंगापुर में निधन हो गया। सिंगापुर में उनका इलाज चल रहा था। पिछले कुछ समय से वह काफी बीमार चल रहे थे। अमर सिंह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शोक जताया है।
जयाप्रदा जी ने ट्वीट करके शोक जताया:"राज्यसभा सांसद अमर सिंह जी के निधन की खबर सुनते ही मुझे गहरा दुख पहुंचा है। ठाकुर अमर सिंह एक राजनेता के साथ-साथ सामाजिक व्यक्ति थे, वह दूसरों के दुख को अपना दुख समझते थे। भारतीय राजनीति में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसकी पूर्ति कोई नहीं कर सकता है।
अमर सिंह साहब मेरे राजनीतिक मार्गदर्शक एवं गॉडफादर थे, मेरे दुख की घड़ी में हर पल उन्होंने मेरा साथ दिया। हमेशा समाज की सेवा करने के लिए मुझे प्रेरित किया। आज मैं राजनीति में उन्हीं की वजह से जीवित हूं। अमर सिंह साहब आज हमारे बीच में नहीं रहे। यह जानकर मुझे यकीन नहीं होता है। मुझे विश्वास नहीं हो पा रहा है कि वह हमें छोड़ कर कैसे जा सकते हैं। मैं बहुत दुख और तकलीफ में हूं। मेरे पास शब्द नहीं है।
मैं भगवान से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं। मैं दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ हूं। ईश्वर हमें इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।"
जयाप्रदा
डिज़ायर ग्रुप के प्रमुख श्री संजीव कुमार शर्मा ने कहा:-
"परिवार के मुखिया का जाने का दर्द क्या होता है यह आज मुझसे पूछो मेरे अपने अमर सिंह जी आज इस दुनिया में नहीं रहे इससे बड़ा दुख डिजायर ग्रुप को शायद ही कभी हुआ हो विजय ग्रुप पर एक बाप की तरह उनका आशीर्वाद हमेशा बना रहता था आज सिंगापुर में उनकी मौत एक पूरे समाज के लिए सदमा है अपनी बेबाक मारने के लिए जाने जाने वाले अमर सिंह जी राजनीति के साथ साथ बॉलीवुड में भी एक बहुत बड़ा अहम रोल अदा करते थे बड़े-बड़े बॉलीवुड स्टारों को उन्होंने डूबते हुए बचाया है मुझे आज भी याद है की हमारी डिजायर ग्रुप की आर्ट गैलरी का इनॉग्रेशन करने कैसे वह पहुंचे थे अपने बेटे से भी ज्यादा प्यार करने वाले अमर सिंह जी का दुख आज बर्दाश्त से बाहर है लगता है जैसे भगवान ने मेरे सर से कोई साया उठा लिया हो हर सुख दुख में एक दीवार की तरह खड़े रहे हैं वह डिजायर ग्रुप के लिए विजय ग्रुप में एक डॉक्यूमेंट्री बनाई थी. मेरी बेटी मेरा गाररूर उसमें उन्होंने एक बहुत ही बेहतरीन रोल अदा किया जब भी कभी हमें जरूरत पड़ी वह हमेशा हमारे लिए खड़े रहे जिंदगी में मैंने कभी ऐसा दोस्त नहीं देखा जो दोस्ती के कारण कुछ भी निछावर करने को तैयार रहते थे अगर घर में उनके कभी भी 10 लोग भी अगर आ रहे हैं तो उसमें वह मुझे भी जरूर बुलाते थे आज तक का उनका रिकॉर्ड रहा है कि मैं कभी भी अगर उनके बर्थडे पर को गिफ्ट लेकर चला गया तो उससे कीमती गिफ्ट मुझे वापस देते थे कौन कहता है कि पैदा करने वाला ही बाप होता है आपका साथ निभाने वाला उससे भी बड़ा हकदार हो जाता है जिंदगी में ऐसा दिलदार इंसान दोबारा शायद ही कोई पैदा हो डिजायर ग्रुप के लिए एक जी एक व्यक्तिगत क्षति है जो शायद मेरे रहते हुए पूरी ना हो
दोस्ती क्या होती है कि कोई अमर सिंह जी से सीखें मैं उन्हें दोस्त नहीं कह सकता क्योंकि वह मेरे पिता समान थे सालों का यह रिश्ता एक दशा में खत्म हो जाएगा मुझे कभी उम्मीद नहीं थी मैं जब भी उनसे बात करता था और किसी टॉपिक पर हमारा डिस्कशन होता था तो वह इतना पॉजिटिव लेते थे उसे और उस पर अमल करते थे और मुझे भी समझाते थे कभी मेरी दिली तमन्ना थी कि मैं मुरादाबाद में हेलीकॉप्टर से जाऊं मैंने उनको बताया तो उन्होंने मेरे लिए एक चार्टर्ड प्लेन किया और मुझे मुरादाबाद में चार्टर प्लेन से लेकर गए.
वह एक उच्च कोटि के राजनेता ही नहीं, बहुत ही घनिष्ठ संबंध रखने वाले मित्रों में से एक थे. इसी कारण उनके शुभचिंतक हर राजनीतिक दल तथा समाज के लोग थे.
प्रभु से प्रार्थना है की उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को इस दुख की घड़ी में सहनशक्ति दें."