डिजायर न्यूज़ , नई दिल्ली - 21 साल के बाद भारत ने एक बार फिर मिस यूनिवर्स Miss Universe का खिताब जीत लिया है. पंजाब की हरनाज संधू Harnaaz Sandhu मिस यूनिवर्स बन गई हैं. हरनाज ने टॉप 3 में अपनी जगह बनाई थी और साउथ अफ्रीका और पराग्वे को पीछे छोड़ते हुए ये खिताब जीत लिया है. मिस यूनिवर्स बनीं हरनाज के बारे में हर कोई जानना चाहता है. आइए आपको 21 साल की हरनाज के बारे में बताते हैं.
हरनाज संधू बहुत कम उम्र में ही सफलता के शिखर पर पहुंच गईं हैं. हरनाज का जन्म चंडीगढ़ के एक सिख परिवार में हुआ था. उन्होंने बचपन से ही अपनी फिटनेस का खास ख्याल रखा है साथ ही वह अपने फैशन को लेकर भी काफी गंभीर थीं. उन्होंने कई ब्यूटी इवेंट्स में भाग भी लिया था.
हरनाज ने 17 साल की उम्र में ही मिस चंडीगढ़ का खिताब जीत लिया था , इसके बाद से ही वह चर्चा का हिस्सा बनी थीं. ये खिताब उन्होंने साल 2017 में जीता था , और यहां से उनके इस सफर की शुरुआत हुई. इस बड़ी उपलब्धि के बाद हरनाज ने साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया का ताज जीता. चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज संधू पहले ही दो पंजाबी फिल्मों ‘पाऊ बारां’ और ‘बाई जी कुट्टंगे’ की शूटिंग पूरी कर चुकी हैं. हरनाज संधू मॉडलिंग के साथ तैराकी, घुड़सवारी, अभिनय और नृत्य में भी रुचि रखती हैं. हरनाज़ संधू का परिवार चडीगढ़ के मोहाली में रहता हैं।
भारत ने तीसरी बार जीता मिस यूनिवर्स का खिताब
आपको बता दें हरनाज से पहले भारत को दो एक्ट्रेस ये खिताब जीता चुकी हैं. साल 1994 में सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया था. उसके बाद साल 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनी थीं. अब 21 साल बाद हरनाज ने ये ताज अपने नाम कर लिया है. हरनाज मॉडलिंग के साथ एक्टिंग की दुनिया में भी कदम रख चुकी हैं. उन्होंने पंजाब इंडस्ट्री में कदम रखा है. इस समय उनके पास दो पंजाबी फिल्में हैं. जिनका नाम यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ है. मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने के बाद हरनाज बॉलीवुड में भी कदम रख सकती हैं.
इस सवाल के ज़वाब से जीता ख़िताब
हरनाज संधू से पूछा गया कि वह युवा महिलाओं को क्या सलाह देंगी कि वे आज जिस दबाव का सामना कर रही हैं, उससे कैसे निपटें. संधू ने कहा, ‘आज का युवा जिस सबसे बड़े दबाव का सामना कर रहा है, वह है खुद पर विश्वास करना. दूसरों से तुलना करना बंद करें. दुनिया में हो रही अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें. अपने लिए कहें कि तुम अपने जीवन के लीडर हो।
21 साल बाद खिताब हासिल करके हरनाज संधू ने देश के साथ साथ इंडिया का नाम फिर एक बार सम्मान के साथ उच्चा किया हैं। डिजायर न्यूज़ आज देश की बेटी हरनाज संधू पर नाज़ करता हैं अपनी मेहनत के बल पर आज वो इस मकाम तक पहुंची हैं।
कई सयोंग एक दफा बन जाते है साल भी 21 हैं , खिताब भी 21 साल बाद जीता, खुद भी 21 वर्ष की हैं , ओर 21 को जोड़े तो 3 बनता हैं , ओर हरनाज तीसरी भारतीय हैं जो ये खिताब जीत कर आयी हैं। उनका जन्म भी 3 मार्च 2000 को हुआ। खुद भी 21 वर्ष की हैं तो उसका भी नंबर 3 ही आता हैं।