सीडीएस रावत का हेलीकॉप्टर क्रैश में निधन, 13 अन्य की भी जान गई,थोड़ी देर में होगी सीसीएस की अहम बैठक
नई दिल्ली- 8 दिसंबर 2021 , तमिलनाडु में कुन्नूर के करीब सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया जिसमें 13 लोगों की मौत की खबर है। इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे। रक्षा मंत्री संसद में कल इस घटना पर पूरी जानकारी देंगे। सीडीएस रावत की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई है। हादसे में उनकी पत्नी समेत 13 अन्य लोगों की भी मौत हो गई है। विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान Mi-17V5 के पायलट थे, जो सीडीएस जनरल बिपिन रावत सहित 14 लोगों के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वह 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर हैं।सीडीएस बिपिन रावत आज दिल्ली से भारतीय वायुसेना के चॉपर से एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने सुलूर से वेलिंगटन की ओर जा रहे थे। उसी के बीच कुन्नूर में उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। हादसे के वक्त चॉपर में 14 लोग सवार थे। अब तक 13 लोगों के शव मिल चुके हैं। । उनके तेवर से दुनिया परिचित है। पाकिस्तान और चीन को लेकर अक्सर वो कड़े बयान देते है। सीडीएस रावत जब आर्मी चीफ होते थे उस वक्त भी उनका रुख तेजतर्रार वाला था। पाकिस्तान उनके नाम से भय खाता है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को संसद में बयान देंगे। इससे पहले वे दिल्ली स्थित जनरल बिपिन रावत के सरकारी आवास पर भी पहुंचे हैं। बिपिन रावत मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं। उनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी में 16 मार्च 1958 को हुआ था। जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष है और शहीदों के आश्रितों की भलाई के अभियान में सक्रिय रहती हैं।आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन भारत के सबसे बड़े स्वैच्छिक संगठनों में से एक है, जो स्थापना के समय से ही आर्मी जवानों की पत्नी, सेना के कर्मियों के आश्रितों के सामाजिक सशक्तिकरण और कौशल निर्माण में लगा है। जनरल बिपिन रावत ने देहरादून और शिमला में पढ़ाई पूरी करने के बाद एनडीए और आईएमए देहरादून से सेना में एंट्री ली थी। वे 1978 में सेना में शामिल हुए थे। उन्होंने मेरठ यूनिवर्सिटी से मिलिट्री-मीडिया स्ट्रैटेजिक स्टडीज में पीएचडी भी की थी।जनरल बिपिन रावत ने 17 दिसंबर 2016 को जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद 27वें सेनाध्यक्ष के रूप में भारतीय सेना की कमान संभाली थी। 1 जनवरी 2020 को देश में पहली बार CDS सीडीएस की नियुक्ति हुई थी और जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस नियुक्त किए गए। बिपिन रावत ने ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्रों में भी कई सालों तक काम किया है। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें 'परम विशिष्ठ सेवा मेडल' से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा उन्हें उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ठ सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ठ सेवा मेडल आदि सम्मानों से नवाजा जा चुका है।जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे. पीएम ने कहा कि वह एक सच्चे देशभक्त, उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया. उन्होंने कहा कि सामरिक मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण असाधारण थे. उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है. ऊं शांति.
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन को लेकर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के निधन के बाद परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. यह एक अभूतपूर्व त्रासदी है और इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं. अपनी जान गंवाने वाले अन्य सभी लोगों के प्रति भी मेरी संवेदना है. इस दुख की घड़ी में भारत एक साथ खड़ा है.अमित शाह ने कहा कि मैं मधुलिका रावत और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के दुखद निधन पर भी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. ईश्वर उन्हें इस दुखद क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें.सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि जनरल रावत ने साहस के साथ देश की सेवा की. उनका निधन सशक्त सेना और देश के लिए बड़ा नुकसान है.थोड़ी देर में होगी सीसीएस की अहम बैठक में प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी , अमित शाह , निर्मला सीतारमण , राजनाथ सिंह के साथ एहम बैठक होगी। डिजायर न्यूज़ आज इस दुःख की घड़ी में सीडीएस जनरल बिपिन रावत ओर उनके साथ शहीद हुए सभी जान गवाने वाले देश के जवानों के परिवार के साथ खड़ा हैं। देश के लिये इतना बड़ा हादसा बहुत ही दुर्भागय पूर्ण हैं। सीडीएस जनरल बिपिन रावत हमेशा देश वासियों के दिलों में राज करेंगे। हादसे में जान गवाने वाले सभी जवानों को भगवान शांति प्रदान करे ओर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे। ॐ शान्ति ॐ।