आज़ादी की शाम ----तिरंगे के नाम एक पैगाम।
1947 मैं 15 अगस्त को भारत 200 साल ग़ुलाम रहे के बाद आज़ाद तो हुआ पर वो शाम भी ऐसी थी जिन्होंने अपनों को खोया या अपना सब कुछ छोड़ कर भारत से पाक़िस्तान जाना पड़ा या पाक़िस्तान से भारत आना पड़ा। लाखो ने अपनी जान इस बटवारे में गवानी पड़ी , पर इसका दर्द वो ही जान सकते हैं जिन्होंने अपनों को खोया हैं। कहने को तो स्वतंत्रता दिवस के दिन सूर्य का परचम लहराया था , ख़ुशी भी थी तो ग़मो के अम्बार भी थे। अगर एक शाम को आप को बोल दिया जाये की जहाँ आप सालों से रह रहे हैं अब वहां आप का कुछ नही हैं , कहाँ जायेगे आप ऐसे में , परिवार में जवान बेटियां हो ओर पास खाने के भी लाले पड़े हो , कितना भयानक मंज़र रहा होगा सुन कर ही रुह काँप उठती हैं। माना कि स्वतंत्रता दिवस उन अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भी मनाया जाता है जिन्होंने इस देश को अंग्रेजों के अत्याचार और गुलामी से मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। पर क्या पंडित जवाहर लाल नेहरू हो या जिन्नाह उनको तो राज मिला , पर गरीबो को क्या मिला सिर्फ और सिर्फ़ दर्द।
स्वतंत्रता दिवस की संध्या पर भारत के प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी जी ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाएगा । पीएम मोदी ने ट्वीट में आगे लिखा कि 'देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है.'
इस दिन सारे भारत वासी पूरी लगन, पूरी श्रद्धा और पूरे समर्पण से स्वतंत्रता दिवस को मनाते हैं. लाल किले की प्राचीर से जहां देश के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण कर देश को संबोधित करते हैं , और समस्त विश्व को देश का संदेश प्रसारित करते हैं कि हमारे देश की क्या आगामी कार्य योजना है. जिसका समस्त देशवासी भी बड़ी बेसब्री से इंतजार करते रहते हैं। पिछेल कुछ वर्षो से देश के प्रति लोगो का प्यार बढ़ रहा हैं एक नई पहल भी तिरंगा यात्रा से शुरू हुई हैं ताकि देश के हर नौजवान को आज़ादी का महत्व पता चला चले। इतनी आसान राह नहीं थी , 200 साल बहुत होते हैं कई पीडिया ख़तम हो जाती हैं। आज़ादी इंसान तो क्या जानवरों को भी उतनी ही पसंद हैं। इस दिन पूरा देश मिलकर स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाता हैं। जगह जगह कार्यकर्मो का आयोजन होता हैं। जोश खरोश के साथ राष्ट्रभक्ति और वीर शहीदों के सम्मान में नारे लगाए जाते हैं. हमारा देश कितनी विपरीत परिस्थितियों में कितने संघर्षों के बाद में आज आजाद हुआ है. हमें इस आजादी को हमेशा बनाए रखना है और हम जिस लायक हैं जिस स्तर पर हैं उस स्तर पर देश हित के लिए ही हमको कार्य करना है. देश की आजादी को बनाए रखने के लिए प्रत्येक नागरिकों का अपना योगदान है जिसे वह अपने कार्यों को निष्ठा पूर्वक करके दे सकता है.
200 वर्षों तक पराधीन देश को भारत के वीर शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति देकर के हमें यह स्वतंत्रता दिवस मनाने का अवसर प्रदान किया. रानी लक्ष्मीबाई, बाल गंगाधर तिलक, चन्द्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पांडे, भगत सिंह ,भीमराव अंबेडकर ,सरदार वल्लभभाई पटेल, सरोजिनी नायडू ,बिरसा मुंडा, अशफाक उल्ला खान,डॉ राजेंद्र प्रसाद, राम प्रसाद बिस्मिल, सुखदेव थापर, खुदीराम बोस, दुर्गावती भाभी,गोपाल कृष्ण गोखले, मदन मोहन मालवीय ,शहीद उधम सिंह जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री सहित हजारों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश के लिए संघर्ष कर देश को आजादी तक ले गए और अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर विवश किया. ऐसे कितने ही लोग हैं जिन्होंने आज़ादी के लिये अपनी और अपने परिवार की क़ुर्बानी दी पर उनका नाम इतिहास में दर्ज़ नहीं हो पाया क्यों की आज़ादी की लड़ाई में करोडो लोगो का योगदान रहा , देश आज भी उन्हे सम्मान के साथ नमन करता हैं।
आज भारत देश विश्व में एक पावर बनकर उभरा हैं , जिनके कभी हम गुलाम थे आज वो हम से मदद के लिये लाइन में लगे हुये हैं , ये सिर्फ ओर सिर्फ़ हमारी आज़ादी ओर हमारी देश के लिये जनुनू हैं। आज फिर से देश सोने की चिड़िया बन गया हैं। भारत एक विकास शील देश के साथ साथ जरूरतमंद देशों के लिए एक सहारा भी बना हुआ है. हमें इसी तरह प्रगति पथ पर देश को आगे ले जाना होगा.
अग्रेजो से तो हम आज़ाद हो गये ओर दूसरे देशो के लिये एक मिसाल भी बन लेकिन आज भी देश के अंदर कुछ ऐसे गद्दार लोग भरे पड़े हैं जो देश से पहले अपना सोचते हैं। भ्रष्टाचार की जड़ें आज भी देश को खोखला कर रही हैं। युवाओ को आगे आना पड़ेगा ओर करपशन को ख़तम करने के लिये आज़ादी जैसी लड़ाई लड़नी पड़ेगी। हमे देश की युवा शक्ति को फिर से जगाना होगा , उन्हें राष्ट्र निर्माण और देश निर्माण का सच्चा पाठ पढ़ाना होगा कि वह इसकी अगुवाई करें. देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करें। चंद लोग अपने फ़ायदे के लिये देश का नाम ख़राब कर रहे हैं।
देश 75 वा स्वतंत्रता दिवस मना रहा हैं ओर इसमें सभी का बहुत बड़ा योगदान रहा हैं आज महिलाये एक मक़ाम तक पहुंच गयी हैं उनमें इतनी शक्ति हैं की वो देश को चला सकती हैं। अब उन्हे अपने अधिकारों का उपयोग करना अच्छी तरह आता हैं। इंद्रा गाँधी पूर्व प्रधान मंत्री इसकी एक मिसाल रही हैं। आज की मौजूदा सरकार का सपना की हर एक के पास हो रोटी कपडा ओर मकान पूरा होता नज़र आ रहा हैं। आज घर घर में बिजली हैं पानी हैं एक अच्छी शिक्षा पद्ति हैं , लोगो को अपने विचार रखने की आज़ादी हैं।
इस स्वतंत्रता दिवस पर यही कामना है देश समाज के प्रति ईमानदारी से सब अपने कर्तव्य का निर्वहन कर राष्ट्र प्रगति में भागीदारी निभाये। डिजायर न्यूज़ आज स्वतंत्रता दिवस पर सभी आज़ादी के लिये शहीद हुऐ हर योद्धा को नमन करता हैं। ग़म कभी कम नहीं होते लेकिन एक दुनिया का कड़वा सच भी हैं कि तररकी इंसान को उसका पिछला ग़म भुला देती हैं। एक बात पर हमे ओर भी ज्यादा गर्व हैं कि विदशो में भी बसे हमारे भाई बहनो का प्यार आज भी अपने देश के लिये वैसे का वैसा हैं।
डिजायर न्यूज़ आज आज़ादी के इस जश्न में सभी देशवासियो को शुभकामना देता हैं , ओर सभी से अपील करता हैं कि भाई चारा ही दुनिया में अमन की पहचान हैं। हम अपना ओर अपनों का ख्याल रखे।