सदी का महा ठग बन सकता है प्रधानमंत्री – सुकेश चंदरशेखर
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – बड़ी पुरानी कहानी है डाकू उंगलीमाल की कैसे वो लोगो को लूट कर उनकी उंगली काट कर गले में पहन लेता था और कैसे महात्मा बुध ने उसे डाकू से संत बना दिया था , दुसरी तरफ जितने भी बड़े बड़े नेताओ ने जेल से खत लिखे वो बड़ी बड़ी पोजीशन पर पहुंच गए , ऐसा ही एक नटवर लाल आज कल दिल्ली की जेल में बंद है जिसने जेल विभाग को खरीद कर अपना सारा साम्राजय खड़ा कर ई डी , सीबीआई और देश के कोने कोने की पुलिस से लेकर बड़े बड़े नेताओ तक को ठगने में कोई कमी नहीं छोड़ी है , इस सदी के महान ठग का नाम है सुकेश चंदरशेखर। आज डिजायर न्यूज़ इस की कुंडली के कुछ ग्रहो की जानकारी आप तक लेकर आया है , बंटी और बबली फिल्म में दिखाया है कि ऐसा कोई बचा नहीं जिसको उन्होंने ठगा नहीं। ऐसा ही एक नाम आने वाले समय में इतिहास में दर्ज़ होगा वो नाम और कोई नहीं इस सदी के महाठग का होगा।
कौन है सुकेश और उसके माता पिता ?
एक ठग को कोई भी ठगी करने के लिए अपने एक सिस्टम की जरुरत होती है उसे सब कुछ खुद इकठा करना पड़ता है लेकिन अगर एक इंसान जालसाज़ी और धोखा धड़ी में जेल से इतना बड़ा कारोबार चला सकता है तो उसको सलाम करना तो बनता है। सुकेश चंद्रशेखर तमिलनाडु के मदुरै का रहने वाला है. पिता विजयन चंद्रशेखर रबड़ के ठेकेदार और पार्ट टाइम मैकेनिक थे. मां माला गृहणी थीं. बिलकुल सामान्य सा मध्यम वर्गीय परिवार. शुरू में ये लोग चंद्रा लेआउट इलाके में किराए के मकान में रहते थे. सुकेश के मां-बाप ने इकलौते बेटे को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए उसका नाम शहर के बाल्डविन बॉयज हाइस्कूल में लिखा दिया. स्कूल के सहपाठी बड़ी आलीशान कारों से आते और सुकेश को उसके पिता स्कूटर से स्कूल छोड़कर जाते. जानकार बताते हैं तभी से उसका दिमाग अमीरों वाली जीवनशैली के ख्वाब देखने लगा. पहली ठगी तब कि वो बालिग भी नहीं हुआ था. 2006 में एक चिट्ठी पर तत्कालीन पुलिस कमिशनर के फर्जी हस्ताक्षर कर लिए, जिसमें लिखा था कि उसे कर्नाटक में कहीं भी कार और बाइक चलाने की इजाजत है. लोगों को लगा कि मां-बाप भी इस जालसाजी में शामिल हैं. पहली ठगी के मामले सहित तीन बार सुकेश के साथ वे भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. 2007 में सुकेश और उसके मां-बाप को 76 साल के एक बुजुर्ग से 1.15 करोड़ रु. की ठगी के मामले में गिरफ्तार किया था. उन लोगों ने उस मजबूर शख्स से वादा किया था कि वो बेंगलूरू डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिग्रहण किए उनके प्लॉट को छुड़ाने में मदद करेंगे और एक अपार्टमेंट बनाने के लिए विदेशी निवेश भी जुटा लाएंगे. ये सुकेश के खिलाफ पहली बड़ी ठगी का मामला था. हालांकि परिवार को निचली अदालत से उस मामले में रिहाई मिल चुकी है.
इलेक्शन आते ही बिल से निकला सुकेश चंदरशेखर
दिल्ली की मंडोली जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने जेल से दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को तीसरी चिट्ठी लिखी है। उसने सत्येंद्र जैन और पूर्व डीजी जेल से अपनी जान को खतरा बताया है। चंद्रशेखर ने सत्येंद्र जैन और पूर्व डीजी जेल संदीप गोयल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी शिकायत पर एलजी सीबीआई जांच का आदेश दें, क्योंकि उसकी जान को खतरा है। क्या अभी तक इतनी बड़ी ठगी के महाठग की जांच ई डी जैसी बड़ी चांच एजेंसी ने नहीं की है क्या ? शुरुआत ही इतनी बड़ी ट्रांजक्शन की इन्वेस्टीगेशन ई डी ने ही तो की थी। साथ साथ दिल्ली की इकनॉमिक ऑफेन्स विंग इस केस की जांच कर रही है क्या जितने आरोप सुकेश अब लगा रहा है ये सब जांच एजेंसी को पता ही नहीं चला ? सुकेश चंद्रशेखर ने सत्येंद्र जैन पर 10 करोड़ रुपये की प्रोटेक्शन मनी लेने का आरोप लगाया है। जब की खुद सतेंदर जैन जेल मंत्री होते हुए भी एक केस में खुद जेल में है। सुकेश ने अपनी चिट्ठी में कहा कि कोर्ट में पेशी के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता उसपर हमला कर सकते हैं। सुकेश ने पत्र लिखा है कि उसको धमकी मिली है कि लिखे गए पत्र के कारण उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। सुकेश ने पत्र में कहा कि उसको तिहाड़ जेल के पूर्व महानिदेशक संदीप गोयल की तरफ से भी धमकी मिल रही है।
ई डी और इकोनॉमिक ऑफेंस विंग
इकोनॉमिक ऑफेंस विंग सुकेश चंद्रशेखर की सारी जांच कर रही है लेकिन अब सुकेश ने अपने पत्र में लिखा, मैं आपसे एक तत्काल सीबीआई जांच का निर्देश देने और मुझे प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति देने का अनुरोध करता हूं, क्योंकि दबाव बहुत अधिक हो रहा है। आम आदमी पार्टी के बारे में सच्चाई सामने आने से पहले कोई भी अनुचित घटना हो सकती है। मामला सिर्फ सत्येंद्र जैन का ही नहीं है बल्कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत का भी है। अब सुकेश को किस का डर है अगर वो जेल में रहकर भी सुरक्षित नहीं है तो उसे कहा पर रखा जाए ये सब से बड़ा सवाल है।
पार्टियों के आरोप पर्त्यारोप शुरू हो गए
अगर देखा जाए तो दिल्ली की पुलिस , ई डी और सीबीआई सभी सेंटर के पास है और सेंटर में सरकार भारतीय जनता पार्टी की है. वहीं सुकेश की चिट्ठी पर बीजेपी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछे हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल से पूछा कि आखिर सत्येंद्र जैन पर केजरीवाल कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? आदेश गुप्ता ने कहा, “केजरीवाल दिल्ली सरकार चलाने के साथ-साथ एक कंपनी भी चलाते हैं, जिसका नाम है अरविंद केजरीवाल वसूली कंपनी जिसके वो सीईओ हैं। सत्येंद्र जैन ने वसूली के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। आदेश गुप्ता ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, लोग PA रखते हैं, केजरीवाल वसूली एजेंट रखते हैं। सत्येंद्र जैन को तुरंत जेल शिफ्ट करके उत्तर प्रदेश या हरियाणा की किसी जेल में भेज देना चाहिए, क्योंकि वो सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। आदेश गुप्ता ने सत्येंद्र जैन का इस्तीफा मांगा है और आप पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल से उनपर कार्रवाई करने की मांग की है।
पार्टियों को दान और नेताओ से लूट
डिजायर न्यूज़ के अनुसार इस से पहले भी सुकेश ने एक दूसरी चिट्ठी भी लिखी थी। सुकेश ने अपने पत्र में दावा किया था कि उसे आम आदमी पार्टी में अहम जिम्मेदारी देने और दक्षिण भारत में बड़े पद के ऑफर का अश्वासन मिला था। इसके अलावा राज्यसभा में भेजने के लिए उसे भरोसा दिलवाया गया था और उसने आप पार्टी को 50 करोड़ रुपये का दान दिया था। सूत्र बताते है कि सुकेश चंदरशेखर ने भारत के राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद से लेकर उद्योगपति धीरूभाई अंबानी तक के जाली दस्तखत करके लोगों को बेवकूफ बनाया था। एक अपराधी देश के किसी बड़े नेता से करोड़ों की ठगी कर जाए. किसी राज्य के मुख्यमंत्री का पोता बनकर लोगों को चूना लगाए. मशहूर अभिनेत्रियों को फंसा जाए. और सबसे बड़ी बात, कि वो अपराधी जेल में बैठकर 200 करोड़ रुपये की ठगी एक बड़े व्यापारी के घर से कर जाए. कल्पना से परे हैं ये कहानियां नहीं हक़ीक़त है वरना हमारा कानून किसी निर्दोष को क्यों सजा देगा। सुकेश चंद्रशेखर के कारनामो से तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक सुरक्षा और जांच एजेंसियों के कान खड़े कर चुका है. कानूनी भाषा में उसे फ्रॉड कहा जा रहा है. और खबरों की दुनिया में कॉनमैन या ठग.
मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस को रानी की तस्वीर दिखाई
कभी किसी का ध्यान पहले नहीं गया की मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस के साथ सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीर थी वो अक्सर सेलेब्रटी के साथ मिल भी जाती है लेकिन 200 करोड़ की ठगी का जैसे ही ई डी को पता चला तो सब कुछ खुलता चला गया और मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस आज भी आर्थिक अपराध शाखा और ई डी के चक्कर काट रही है। जैकलीन को भी एक मामले में आरोपी बनाया, जांच आगे बढ़ी तो उनपर ठगी के पैसे से महंगे गिफ्ट लेने का आरोपपत्र तैयार कर दिया. 200 करोड़ रुपये की जालसाजी के मामले में आज जैकलीन को पूछताछ के लिए दिल्ली कई बार बुलाया और जैकलीन को कोर्ट से अग्रिम जमानत तक लेनी पड़ गई।
क्या अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस और लीना मारिया पॉल को इस ठग का नहीं पता था ?
इस पर जैकलीन ने जवाब दिया कि उन्होंने सुकेश से कई गिफ्ट लिए. इनमें मिनी कूपर कार, लिमिटेड एडिशन परफ्यूम से लेकर महंगे जूते, डायमंड ईयर रिंग्स और ब्रैसलेट जैसे गिफ्ट शामिल थे. हालांकि जैकलीन ने ये भी कहा कि उन्होंने मिनी कूपर कार वापस लौटा दी थी. जैकलीन ने दिल्ली पुलिस को बताया कि जून 2021 में वो पहली बार सुकेश से मिली थीं. सुकेश ने जैकलीन को मुंबई से चेन्नई लाने के लिए प्राइवेट जेट भेजा था. चेन्नई के हयात होटल में मुलाकात हुई. अगले दिन प्राइवेट जेट से ही वो वापस मुंबई लौटीं. एक हफ्ते बाद फिर से दोनों की मुलाकात हुई. जैकलीन ने यह भी बताया कि वो प्राइवेट जेट से दो बार केरल भी गईं. सुकेश ने उनके लिए एयरपोर्ट से होटल के लिए हेलीकॉप्टर राइड भी बुक की थी. उसने 2015 में लीना मारिया पॉल नाम की मलायम फिल्मों की अभिनेत्री से शादी की. सुकेश लीना को भी जालसाजी का शिकार बनाना चाहता था, आगे मोहब्बत हुई तो मंजिल शादी से जेल तक पहुंची. लीना भी कई मामलों में सुकेश के साथ आरोपी रह चुकी है. सुकेश और उसकी पत्नी लीना ने 2013 में अपना पहला बड़ा हाथ तब मारा जब दोनों ने चेन्नई में केनरा बैंक से 12 करोड़ रुपए की हेराफेरी की.
कारोबारी के पास पैसा नहीं था तो बैंक से लोन दिला कर लूटा
कहते है पूत के पाँव पालने में ही पता चल जाते है सुकेश चंद्रशेखर पिछले 15 साल में करीब एक हजार लोगों को कम से कम 500 करोड़ रु. का चूना लगा चुका है. यह आंकड़ा उसके खिलाफ छह राज्यों—आंध्र प्रदेश,, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली के पुलिस थानों में दर्ज 30 से अधिक मामलों की रकम का मोटा-मोटा जोड़ है. कारोबारी को सरकार में साजेदारी दिलाने के नाम पाए सुकेश ने एक पेंच फसाया. बोला 132 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट तभी मिलेगा. जब वो 19 करोड़ रुपये जमा कराए. इतने रुपये थे नहीं तो व्यापारी ने केनरा बैंक से लोन मांगा. लोन नहीं मिल रहा था तो सुकेश ने बैंक मैनेजर को भी झांसे में ले लिया. फर्जी सरकारी कागज दिखा ये भरोसा दिला दिया कि कंपनी को बड़ा टेंडर मिलने वाला है. लोन पास हो गया. जबकि बैंक के बड़े अधिकारियों को भनक लगी, खाता सीज किया. तब तक सुकेश 12 करोड़ रुपये के वारे-नारे कर गया.
जमानत मिलने से हौसले बढ़ते गए
सुकेश चन्दरशेखर को अगर जमानत नहीं मिलती तो हो सकता है कि उसके अपराधों की कड़ी इतनी लम्बी नही हो पाती। कई बार सुकेश को पुलिस ने पकड़ा पर जमानत मिलती गई और वो नए शिकार पर दांव लगाने लग जाता था . यहां तक कि तमिलनाडु के बड़े नेता टी.टी.वी. दिनाकरण 2017 में सुकेश ने अपने जाल में फांस लिया था. सुकेश को पता था कि शशिकला के भतीजे दिनाकरण किसी भी तरह से जयललिता की विरासत को हथियाने के लिए बेचैन हैं और अपनी पार्टी AIDMK के दो पत्ते वाले निशान को हासिल करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. सुकेश ने इसका फायदा उठाया. उसने दिनकरण से संपर्क किया और उन्हें बताया कि वह चुनाव आयोग के अधिकारियों को जानता है और 50 करोड़ रुपए खर्च करके वह उन्हें दिनकरण के पक्ष में फैसला करने के लिए राजी कर सकता है. बाद में, दिल्ली के एक होटल में चुनाव आयोग के कुछ अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश करते हुए, सुकेश को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. हालांकि दिनाकरण ने सभी आरोपों से इनकार किया था.
सब से बड़ा फ्रॉड रोहिणी जेल से
असली खेल तो उसने दिल्ली की रोहणी जेल में रहकर किया. इसी के बाद जैकलीन फर्नांडिस की भी जालसाजी केस में एंट्री होती है. चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने के मामले में सुकेश जेल में बंद था. तभी उसे पता चला कि उद्योगपति शिविंदर मोहन सिंह भी उसी जेल में बंद हैं. जो दवाइयों की कंपनी रेलीगेयर एंड रैनबैक्सी और फोर्सिस हॉस्पिटल चेन के वाइस चेयरमैन रहे हैं. शिविंदर और उनके भाई मलविंदर को 2019 में आर्थिक धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले में ED भी जांच कर रही है. यहीं पर सुकेश को अपना अगला शिकार मिल गया. पहले तो उसने शिविंदर सिंह के बारे में पूरी जानकारी जुटाई. फिर उनकी पत्नी अदिति सिंह को ठगने का पूरा प्लान बनाया. सबसे पहले उसने जेल अधिकारियों को रिश्वत देकर मोबाइल और इंटरनेट का जुगाड़ कर लिया. सुकेश ने सबसे पहले 15 जून, 2020 को अदिति के सेलफोन पर कॉल किया. हालांकि स्मार्टफोन में इजराएली सिम कार्ड था, सुकेश ने एक स्पूफिंग ऐप का इस्तेमाल किया जिससे अदिति के फोन पर फ्लैश होने वाला नंबर केंद्रीय गृह मंत्रालय का दिख रहा था.
पहले घर के सारे भेद की जानकारी लेता था
अगर सुकेश की ठगी को देखे तो उसका दिमाग दुनिया के शातिर ठग से कम नहीं रहा , अब ठगी का तरीका देखिए. वो अदिति मोहन सिंह { शिवेन्दर सिंह की पत्नी } से केंद्रीय कानून सचिव अनूप कपूर के तौर पर अपना परिचय कराता है. अदिति से कहता कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर फोन कर रहा है. स्वास्थ्य सेवा में शिविंदर सिंह की विशेषज्ञता को देखते हुए,सरकार उन्हें कोविड पर एक उच्च समिति में शामिल करना चाहती है और इसलिए जेल में बंद व्यवसायी को जल्द से जल्द जमानत दिलाने में मदद करना चाहती है. सुकेश चन्दरशेखर ने बाद में अदिति मोहन सिंह को फिर से फोन किया. इस बार उसने अपना परिचय अभिनव के रूप में देते हुए खुद को अनूप कुमार का अवर सचिव बताया, और उनके परिवार की मदद की सरकार की मंशा को दोहराया. फोन पर कई बार बात करने के बाद ‘अभिनव बने सुकेश ने अदिति मोहन सिंह से पार्टी फंड में 20 करोड़ रुपए का योगदान करने को कहा. अदिति मोहन सिंह पति शिवेन्दर मोहन सिंह को तिहाड़ जेल से छुड़ाने के सुकेश चन्दर शेखर के झांसे में फंस गई. शुरू में 20 करोड़ का भुगतान दो किस्तों में किया. पहला 1 करोड़ रुपए हांगकांग से भेजे और 19 करोड़ रुपए दिल्ली में नकद दिए गए. जिसे सुकेश के दो साथियों ने लिया. इसके बाद सुकेश और पैसे की मांगने लगा. वो शिविंदर और उनके बच्चों के बारे में बहुत सी सटीक व्यक्तिगत जानकारियों के बारे में बताता है. जैसा की हमने बताया की सुकेश पहले पूरी जानकारी जुटा लेता था , अदिति मोहन सिंह को डर लगने लगा कि कि वो वास्तव में उनके पति और बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है. उसने अदिति मोहन सिंह को इतना डरा दिया कि पति और बच्चों से इसकी चर्चा किए बिना पैसे के जुगाड़ में लग गईं. गहने बेचे, दोस्तों, परिवार वालों से उधार लिए, निवेश समेत सारी संपत्ति को दांव पर लगा दिया. इसके बाद हुआ ये कि अदिति ने 2020 से मई 2021 के बीच सुकेश को 40 ट्रांजैक्शन में 200 करोड़ रुपए का भुगतान किया. इतने ट्रांसजेक्शन पर ईडी को शक हुआ, चूंकि अदिति के पति और फोर्टिस के वाइस चेयरमैन रहे शिविंदर मोहन सिंह तो पहले से ही ईडी की रडार पर थे. ई डी उनपर कड़ी नज़र पहले ही रख रही थी , जांच एजेंसी ने जब जांच शुरु की तो मामला खुलता गया. इसी मामले की जांच के दौरान कानूनी एजेंसियों को महंगे तोहफे देने के शौक के बारे में सूत्रों से जानकारी मिली. जो दंग कर देने वाली थी. केस में ईडी की तरफ से फाइल चार्जशीट के मुताबिक सुकेश ने फरवरी, 2021 और अगस्त, 2021 के बीच अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडीस और उनके परिवार को दिए तोहफों पर 7 करोड़ रु. खर्च किए. दोनों की कुछ अंतरंग तस्वीरों के आधार पर एजेंसी का मानना है कि उनके बीच रोमांटिक रिश्ते थे. हालांकि जैकलिन ने इससे इनकार किया है.
नोरा फतेही, जाह्नवी कपूर, सारा अली खान, भूमि पेडणेकर पर भी नज़र थी
डिजायर न्यूज़ के सूत्र बताते है कि सुकेश चन्दर शेखर को बॉलीवुड अभिनेत्रियों से खासा लगाव था , उसने नोरा फतेही, जाह्नवी कपूर, सारा अली खान, भूमि पेडणेकर जैसी बड़ी बड़ी हीरोइनों के करीब आने में कोई कमी नहीं छोड़ी , फिलवक्त जैकलीन इस केस में ईडी और दिल्ली पुलिस की रडार पर हैं. आरोप है कि उन्हें जालसाजी के बारे में पता लगने के बाद उन्होंने ने महंगे तोहफे लिए. जैकलीन का पक्ष कहता है, उन्हें जालसाजी के बारे में पता ही नहीं था. फिलहाल जांच जारी है. एक और बात जैकलीन ही नहीं उसे कई दूसरी अभिनेत्रियों को भी फांसने की कोशिश. लिस्ट में नोरा फतेही, जाह्नवी कपूर, सारा अली खान, भूमि पेडणेकर का भी नाम शामिल है. मगर उन्होंने तोहफे लेने से मना कर दिया, सो वो बच गईं वरना आज उन्हे भी कोर्ट के और जांच एजेंसी के चक्कर काटने पड़ते।
जैकलीन फर्नांडिस की बैल पर ई डी को कोर्ट की फटकार
प्रवर्तन निदेशालय को आज दिल्ली की कोर्ट ने जैकलीन फर्नांडिस की बैल पर कड़ी फटकार लगाई और कहा की आप कैसे पिक एंड चूस की पालिसी अपना सकते है चार्जशीट फाइल करने से पहले आप ने जैकलीन फर्नांडिस को अरेस्ट क्यों नहीं किया , सुकेश चन्दरशेखर के केस में आर्थिक अपराध शाखा में भी केस दर्ज़ है जिसमें जैकलीन फर्नांडिस को अग्रिम जमानत मिली हुई है। अभी जैकलीन फर्नांडिस की बैल पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है।
आप पार्टी पर लगाए है गभीर आरोप
सुकेश चन्दरशेखर ने अपने तीनो पत्रों के माध्यम से दिल्ली की राजनीत में एक भूकप ला किया है दिल्ली नगर निगम के चुनाव से कुछ दिन पहले ही सदी के महाठग ने दिल्ली के चीफ मिन्स्टर अरविंद केजरीवाल , दिल्ली के जेल में बंद जेल मंत्री सतेंदर जैन और कैलाश गेहलोत पर प्रोटेक्शन मनी के नाम पर करोडो रूपये के आरोप लगाए है , जिनकी जांच पर अभी कई सवाल खड़े है , क्या जो बड़ी बड़ी एजेंसी इस केस को महीनो से देख रही है उन्हे इन आरोपों का पहले से पता नहीं चला ? जिन जेल की अधिकारियो पर सुकेश चन्दरशेखर को हेल्प करने के आरोप थे उन्हे गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चूका है , यहाँ तक जेल के डी जी का भी तबादला कर दिया है। सदी के महाठग के मन में क्या चल रहा है ये किसी को नहीं पता , और इलज़ाम भी उसने सिर्फ आम आदमी पार्टी पर ही लगाए है ना की किसी और पार्टी पर , जब की उसकी ठगी से कई राज्य परेशान है।
एडिटर इन चीफ