दिल्ली तिहाड़ जेल की मंडोली जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़

दिल्ली तिहाड़ जेल की मंडोली जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – दिल्ली के मंडोली जेल के जेलर दीपक शर्मा का नाम अचानक से चर्चा में आ गया जब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में दीपक शर्मा को एक पार्टी में बंदूक लहराते हुए देखा गया, जिससे उनकी कार्यशैली और चरित्र पर सवाल उठने लगे। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया। कहा जा रहा है कि दीपक शर्मा ने गुरुवार रात घोंडा से भाजपा की निगम पार्षद के पति की जन्मदिन पार्टी में डांस करते हुए पिस्टल लहराई। ये आयोजन सीमापुरी थाने के पास चल रहा था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आए वीडियो में शर्मा को संजय दत्त-अभिनीत बॉलीवुड फिल्म खलनायक के लोकप्रिय गीत ‘नायक नहीं खलनायक हूं मैं’ पर डांस करते हुए दिखाया गया है। शर्मा ने डांस करते समय अपना पिस्टल भी लहराया, जिसकी कई लोगों ने निंदा की है।

दिल्ली तिहाड़  जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़
दिल्ली तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़

आपको बता दें कि दीपक शर्मा मूल रूप से यूपी के बागपत जिले के रहने वाले हैं।दीपक शर्मा बॉडी बिल्डिंग करने के शौकीन भी हैं। इंस्टाग्राम पर उनके चार लाख चालीस हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। मालूम हो कि पिछले साल अगस्त के महीने में वह तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने रौनक गुलिया नामक महिला पर 51 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया था।दीपक शर्मा ने जानी-मानी महिला पहलवान रौनक गुलिया पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर दीपक से 51 लाख रुपये ठग लिए हैं। उन्होंने पूर्वी दिल्ली के मधु विहार थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। FIR के मुताबिक, दीपक ने डिस्कवरी चैनल के रिएलिटी शो 'अल्टीमेट वॉरियर' में हिस्सा लिया था। इसी शो पर दीपक की मुलाकात दूसरी कंटेस्टेंट रौनक गुलिया से हुई। दीपक ने बताया कि रौनक गुलिया ने उन्हें अपने पति अंकित गुलिया के हेल्थ प्रोडक्ट वाले बिजनेस के बारे में बताया था। दीपक का आरोप है कि रौनक ने बिजनेस में निवेश करने और ब्रांड एंबेसडर बनाने के नाम पर 51 लाख रुपये लिए और फरार हो गईं। दीपक शर्मा, दिल्ली के मंडोली जेल के एक बड़े अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने जेल प्रशासन में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई थी। उनका मुख्य काम जेल के नियमों का पालन करवाना, कैदियों की देखभाल करना और जेल की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। शर्मा को उनके कड़े अनुशासन और ड्यूटी के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता था, लेकिन हाल ही में उनके व्यवहार पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

दीपक शर्मा का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली के अच्छे स्कूल और कॉलेजों से प्राप्त की। दीपक ने जेल प्रशासन में अपनी सेवा 2000 के दशक में शुरू की थी। शुरुआती दिनों में उन्होंने दिल्ली की विभिन्न जेलों में काम किया और अपनी मेहनत और लगन के कारण धीरे-धीरे
कामयाबी पाई। मंडोली जेल में उनकी पोस्टिंग 2019 में हुई थी, जहां उन्होंने कैदियों के पुनर्वास और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया। दीपक शर्मा 2009 में पुलिस में भर्ती हुए थे। प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर के तौर पर उन्होंने 2014 में पहली बार कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया था। उनके नाम मिस्टर यूपी, आयरन मैन ऑफ दिल्ली (सिल्वर), मिस्टर हरियाणा, मिस्टर दिल्ली, स्टील मैन ऑफ इंडिया (सिल्वर मेडल) जैसे कई टाइटल हैं।

दिल्ली तिहाड़  जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़
दिल्ली तिहाड़ जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़

दीपक शर्मा की कार्यशैली हमेशा से ही कड़ी रही है। उन्हें कैदियों के साथ सख्ती से पेश आने और जेल में अनुशासन बनाए रखने के लिए जाना जाता था। हालांकि, उनकी इस सख्ती के कारण कई बार विवाद भी उत्पन्न हुए। कुछ कैदियों ने उनके खिलाफ अनुचित व्यवहार और अत्यधिक सख्ती की शिकायतें कीं, लेकिन इन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। दीपक बताते हैं कि,“निर्भया गैंगरेप मामले के अपराधियों को फांसी के फंदे पर लटकाने का जिम्मा मुझे सौंपा गया। मेरी देखरेख में पूरा प्रोसेस हुआ। 72 घंटे तक बिना सोए हुए मैंने इस जिम्मेदारी को निभाया। उस वक्त मैं दिल्ली के मंडोली जेल में पोस्टेड था। 2017-20 तक मैं यहां रहा हूं।” ठगी के मामले में गिरफ्तार सुकेश चंद्रशेखर को जब मंडोली जेल में रखा गया, तो इसके लिए दीपक को दिल्ली के तिहाड़ जेल से मंडोली
ट्रांसफर कर दिया गया। दीपक बताते हैं, ‘फिटनेस की वजह से ही मेरे सीनियर ऑफिसर्स को भरोसा होता है कि मैं इन कुख्यात अपराधियों को बेहतर तरीके से काबू में कर सकता हूं, रख सकता हूं। इसलिए जब भी लॉरेंस बिश्नोई, सुकेश चंद्रशेखर जैसे किसी अपराधियों को जेल में लाया जाता है, तो इनकी निगरानी की जिम्मेदारी मुझे दी जाती है।’

दिल्ली तिहाड़  जेल के जेलर दीपक शर्मा सस्पेंड, पार्टी में बंदूक लहराते वीडियो वायरल- डिजायर न्यूज़
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दीपक शर्मा का वायरल वीडियो वह घटना थी जिसने उनके करियर पर एक काला धब्बा लगा दिया। इस वीडियो में देखा गया कि दीपक शर्मा एक पार्टी में शामिल हैं, जहां वह हाथ में एक बंदूक लेकर उसे लहरा रहे हैं। यह वीडियो न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, बल्कि इसके कारण जेल प्रशासन और सरकार पर भी सवाल खड़े हुए। बंदूक लहराने की यह घटना एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन थी, क्योंकि दीपक शर्मा एक सरकारी अधिकारी होने के नाते ऐसे काम नहीं कर सकते थे। इसके तुरंत बाद, दिल्ली जेल प्रशासन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए। बताया जा रहा है कि वीडियो में दिखाई गई बंदूक एक लाइसेंसी थी, लेकिन सार्वजनिक स्थान पर इस तरह के व्यवहार को किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराया जा सकता। दीपक शर्मा के सस्पेंशन के बाद, जेल प्रशासन ने इस मामले की गहरी जांच शुरू की है। यह जांच इस बात पर केंद्रित है कि आखिर क्यों और कैसे एक बड़े अधिकारी इस तरह का गैरजिम्मेदाराना बर्ताव कर सकता है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस घटना में और भी कोई शामिल था या यह पूरी तरह से दीपक शर्मा की खुद की ही गलती थी। दीपक शर्मा का यह मामला दर्शाता है कि किसी भी सरकारी अधिकारी को अपनी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए हमेशा अनुशासन का पालन करना चाहिए। उनका यह कारनामा न केवल उनके करियर के लिए नुकसानदायक साबित हुआ है, बल्कि इससे समाज में भी एक गलत संदेश गया है। इस घटना से यह सबक लिया जा सकता है कि चाहे आप कितनी भी उच्च पद पर हों, लेकिन आपके व्यवहार का प्रभाव न केवल आपके केरियर पर, बल्कि पूरे समाज पर पड़ता है। दीपक शर्मा के भविष्य को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन एक बात तय है कि इस घटना के बाद उनकी छवि पर गहरा असर पड़ा है। जेल प्रशासन और सरकार अब इस बात का निर्णय करेगी कि आगे उन्हें किस तरह की सजा दी जाए या उनके करियर को कैसे प्रभावित किया जाए।

दीपक शर्मा जैसे सरकारी अधिकारी जिनको लाखो लोग फॉलो करते है अपनी इमेज का बहुत ख्याल रखने की जरुरत होती है लोगो आप के व्यवहार को फॉलो करते है।

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

अलीशा शाहिद
अस्सिस्टेंट सब एडिटर

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