हरियाणा चुनाव में सुभाष चंद्रा का बड़ा दांव: सावित्री जिंदल को समर्थन, भाजपा उम्मीदवार कमल गुप्ता की मुश्किलें बढ़ीं–डिजायर न्यूज़
हरियाणा चुनाव में सुभाष चंद्रा का बड़ा दांव: सावित्री जिंदल को समर्थन, भाजपा उम्मीदवार कमल गुप्ता की मुश्किलें बढ़ीं–डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली–हरियाणा के हिसार विधानसभा चुनाव में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। देश के जाने-माने बिजनेसमैन और पूर्व राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा ने देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। इस फैसले से न सिर्फ भाजपा प्रत्याशी कमल गुप्ता की स्थिति कमजोर हो सकती है, बल्कि यह पूरे चुनावी समीकरण को बदल सकता है। सुभाष चंद्रा का यह फैसला इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि वह खुद भाजपा समर्थक रहे हैं और पिछले दो चुनावों में कमल गुप्ता का समर्थन कर चुके हैं।
सुभाष चंद्रा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए सावित्री जिंदल के समर्थन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हिसार विधानसभा के लिए सावित्री जिंदल ही सही उम्मीदवार हैं। चंद्रा ने यह भी कहा कि भले ही वह भाजपा समर्थक हैं, लेकिन इस बार वह एक निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि हिसार का विकास उनके लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कमल गुप्ता को नसीहत देते हुए कहा, “जो पेड़ झुकना नहीं जानते, वे तूफान में टूट जाते हैं। घास की तरह जो जमीन से जुड़ा रहता है, वह हर चुनौती का सामना कर सकता है और समाज की सेवा कर सकता है।”
सुभाष चंद्रा के इस समर्थन पर सावित्री जिंदल ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “सुभाष जी, आपके समर्थन के लिए हृदय से धन्यवाद। टिकट पार्टी देती है, लेकिन वोट रूपी आशीर्वाद जनता ही देती है। मैं बाऊजी श्री ओ.पी. जिंदल जी द्वारा हिसार के लिए देखे गए अधूरे सपनों को पूरा करना चाहती हूँ। मेरा सपना है कि हमारा हिसार सिर्फ प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के प्रधान शहरों में शामिल हो।” उन्होंने हिसार के विकास के लिए सामूहिक प्रयासों की अपील की।
हिसार विधानसभा सीट से भाजपा के कमल गुप्ता लगातार दो बार विधायक रह चुके हैं और इस बार भी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है। लेकिन सुभाष चंद्रा के इस अप्रत्याशित समर्थन से कमल गुप्ता की स्थिति कमजोर हो सकती है। चंद्रा ने पिछले दो चुनावों में कमल गुप्ता का समर्थन किया था और उनके चुनाव प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन अब सावित्री जिंदल को समर्थन देना गुप्ता के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। चंद्रा ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि हिसार के लोग और यह शहर उनका अपना है, इसलिए वे इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
जिंदल और चंद्रा परिवार के बीच कभी अच्छे संबंध नहीं थे। 2012 में कांग्रेस के पूर्व सांसद और जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल ने सुभाष चंद्रा के मीडिया समूह के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था, जिसमें उनके पत्रकारों पर कोयला घोटाले में 100 करोड़ रुपए मांगने का आरोप था। इस मामले में दो पत्रकारों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद दोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर कोर्ट केस कर दिए थे। हालांकि, 2018 में दोनों परिवारों ने ये सभी मुकदमे वापस ले लिए और संबंधों में सुधार हुआ। अब सुभाष चंद्रा द्वारा सावित्री जिंदल को समर्थन देने से यह साफ हो गया है कि दोनों परिवारों के बीच पुरानी कड़वाहट खत्म हो गई है।
सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला हैं और उनका राजनीतिक कद भी काफी बड़ा है। वे उद्योगपति ओ.पी. जिंदल की पत्नी हैं और उनके निधन के बाद जिंदल ग्रुप की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इसके साथ ही वे हरियाणा की राजनीति में भी सक्रिय हैं और कांग्रेस पार्टी से जुड़ी हुई हैं। सावित्री जिंदल का हमेशा से ही विकास और जनहित के कार्यों पर जोर रहा है, खासकर हिसार में। उनके बेटे नवीन जिंदल भी कांग्रेस के बड़े नेता हैं और कई बार सांसद रह चुके हैं।
सुभाष चंद्रा के इस समर्थन से हिसार विधानसभा चुनाव के समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं। सावित्री जिंदल के पास पहले से ही एक मजबूत जनाधार है और अब सुभाष चंद्रा का समर्थन उन्हें और मजबूत बना सकता है। वहीं, भाजपा प्रत्याशी कमल गुप्ता के लिए यह समर्थन एक बड़ा झटका है क्योंकि चंद्रा का समर्थन गुप्ता के लिए पिछले चुनावों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका था। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हिसार की जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है।
भाजपा ने 67 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसके बाद पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गई। कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया, क्योंकि उन्हें टिकट नहीं मिला था। इसी क्रम में सावित्री जिंदल को भी भाजपा से टिकट नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ विचार-विमर्श किया। जिंदल ने अपने समर्थकों से कहा, “मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्य नहीं हूं और चुनाव न लड़ने की बात कहकर दिल्ली लौट गई थी, लेकिन आपके प्यार और विश्वास ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया है।”
सुभाष चंद्रा द्वारा सावित्री जिंदल को समर्थन देने से हरियाणा के हिसार विधानसभा चुनाव में नया मोड़ आ गया है। इस निर्णय ने न सिर्फ भाजपा प्रत्याशी कमल गुप्ता की चुनौतियां बढ़ा दी हैं, बल्कि चुनावी माहौल को भी गर्म कर दिया है। जिंदल और चंद्रा परिवारों के बीच पुराने विवाद अब बीते समय की बात हो चुके हैं, और यह समर्थन एक नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत का संकेत है। आने वाले समय में हिसार के राजनीतिक समीकरण और नतीजे इस समर्थन के प्रभाव को और स्पष्ट करेंगे।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ
अलीशा शाहिद
अस्सिस्टेंट सब एडिटर