वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही, 56 की मौत, सेना-NDRF की टीमें जुटीं, मलबे से 100 से ज्यादा निकाले गए – डिजायर न्यूज़
वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही, 56 की मौत, सेना-NDRF की टीमें जुटीं, मलबे से 100 से ज्यादा निकाले गए – डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – अभी हॉल ही में हिमाचल और उत्तराखंड में भरी बारिश के चलते अनेको भूस्खलन के केस सामने आये है भरी तभाही भी देखने को मिली है लेकिन केरल के वायनाड ज़िले में भारी बारिश के कारण हुए भयानक भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है। मंगलवार सुबह मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ, जिसमें मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए। मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है और भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने प्रभावित इलाकों में दमकल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया है। एक अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम वायनाड के रास्ते में है। कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता करने के निर्देश दिए गए हैं। देश के गृह मंत्री अमित शाह लगातार नज़र बनाये हुए है और सेना को भी राहत कार्य के लिए भेजा गया है।
केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने बताया कि एनडीआरएफ, अग्निशमन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। अब तक करीब 101 लोगों को बचाया जा चुका है। कलपेट्टा के बाथरी में सेंट मैरी एसकेएमजे स्कूल में एक आश्रय शिविर स्थापित किया गया है। मेडिकल टीमें और एंबुलेंस मौके पर हैं, और भोजन और कपड़ों की व्यवस्था की गई है। मिट्टी खोदने वाली मशीनों की तत्काल आवश्यकता है। सी एम ने अपने सभी कार्य रद्द कर दिए है और लगातार राहत कार्यो पर नज़र बनाए हुए है।
जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई. इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड हुई. लैंडस्लाइड के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति के साथ मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। एझिमाला से नौसेना की एक टीम पहुंचेगी. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार नौसेना की मदद मांगी गई है. मुख्यमंत्री ने नौसेना की नदी पार करने वाली टीम की मदद मांगी है. एझिमाला नौसेना अकादमी से नौसेना की टीम तुरंत वायनाड के लिए रवाना हो रही है.
सब से ज्यादा मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला प्रभावित
अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित और कटे हुए इलाकों में से हैं। जिला अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन के चलते कई परिवारों को अलग-अलग शिविरों या अपने रिश्तेदारों के घरों में ले जाया गया है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में लोगों की मौत पर दुख जताया और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बचाव कार्य के लिए सेना को भेजा है वही देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सभी बचाव कार्य के लिए जरुरी आदेश जारी किये है। देश की राष्ट्रपति ने भी इस हादसे पर शोकवयक्त किया है।
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने संसद में वायनाड का मुद्दा उठाया
लोकसभा में विपक्ष के नेता और पहले वायनाड से सासंद रहे राहुल गांधी ने लोक सभा में इस मुद्दे को उठाया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आज सुबह-सुबह वायनाड में कई विनाशकारी भूस्खलन हुए। 50 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मुंडक्कई गांव का संपर्क टूट गया है और त्रासदी के पैमाने के कारण लोगों की जान और व्यापक क्षति का आकलन अभी किया जाना बाकी है। मैंने रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री से बात की है। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि बचाव और चिकित्सा देखभाल के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाए, मृतकों को तत्काल मुआवज़ा दिया जाए।
प्रियंका गाँधी जो अब कांग्रेस के टिकट पर वायनाड से चुनाव लड़ रही उन्होंने भी इस हादसे पर दुख जताया है। राहुल गन्दी ने केरल के सी एम और पार्टी के कार्यकर्ताओ से बात की और मदद के लिए अपील की।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ