लिव इन रिलेशनशिप समाज के लिए खतरे की घंटी – साहिल-निक्की केस
डिजायर न्यूज, नई दिल्ली – साहिल गहलोत ने सुबह गर्लफ्रेंड निक्की यादव की हत्या कर दी और हत्या की खबर सुनते ही एक बार दिल्ली में महिला सुरक्षा और प्यार में कत्ल की इस वारदात ने लोगों की नींद उड़ा दी। अभी श्रद्धा आफताब का केस लोग भूले भी नहीं थे कि फ्रीज में निक्की यादव की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। एक बात तो साफ हो गई है कि लिव इन रिलेशनशिप का जो चलन चल पड़ा है वो समाज के लिए आए दिन घातक बनता जा रहा है। माँ बाप या तो अपनी औलाद के सामने असहाय हो जाते है या वो आंखे बंद कर लेते हैं। लिव इन रिलेशनशिप में समाज की तरफ से शादी जैसा कोई बन्धन तो है नहीं कि निभाना ही पड़े। विदेशों में यह प्रथा इसलिए थी कि एक दूसरे को समझ लें फिर शादी का डिसिशन ले, लेकिन भारत में तो लिव इन रिलेशनशिप एक तरह की शादी ही हो जाती है और बिना सामाजिक बंधन के कभी भी दो इंसान अपने अपने रास्ते चुन लेते हैं।
साउथ वेस्ट दिल्ली का गांव मित्राऊ एक समय में बड़ा फेमस रहा है। इस गांव में कई दफा गैंगवार भी हुई है। साहिल गहलोत इस गांव का ही निवासी है। 22 साल की निक्की यादव हरियाणा के झज्जर की रहने वाली थी। वहीं 24 साल का साहिल नजफगढ़ के मित्राऊ गांव से है। दोनों 2018 से साउथ दिल्ली के उत्तम नगर में लिव इन में रहते थे। माता-पिता का इकलौता बेटा है साहिल। तीन सप्ताह पहले ही उसने ढाबा खोला था। पड़ोसी कहते हैं, साहिल कुल मिलाकर अच्छा लड़का जान पड़ता था। उसने शायद ही किसी से बदतमीजी की हो। साहिल गहलोत ने सुबह गर्लफ्रेंड निक्की यादव की हत्या की और शाम में निकल पड़ा शादी करने। उसने तीन दिन तक पत्नी के साथ बिताए, लेकिन पुलिस का दबाव बढ़ता देख उसने सच्चाई उगल दी। सोचिए उस वक्त उसकी पत्नी का कलेजा कैसे धक् सा रह गया होगा।
विवाह के दिन भविष्य की जिंदगी की नींव पड़ जाती है। हर किसी का ख्वाब ऐसा जीवन साथी पाने का होता है जो विवाहित जीवन को गुलजार कर दे। लेकिन सोचिए जब पता चले कि जिससे शादी हुई है, उसने कुछ घंटे पहले ही हत्या की है तो कैसा लगेगा? साहिल गहलोत की पत्नी वही अभागी है जिसकी शादी के दिन जिंदगी की बर्बादी की नींव पड़ गई। कल्पना कीजिए, नई-नई शादी के बाद तीन दिन पति के साथ बिताकर कितनी खुश होगी त्रिशा (बदला हुआ नाम) और तब कैसे उसकी जान हलक में आ गई होगी जब साहिल ने उसे अपनी असलियत बताई होगी? कैसा लगा होगा त्रिशा को जब नए-नवेले पति ने कहा होगा- मैंने हत्या की और थोड़ी देर बाद बारात लेकर तुम्हारे पास आ गया! जिसके साथ हसीन जिंदगी के सपने बुन रही होगी त्रिशा, उसी ने सपने के धागे ही तोड़ दिए। किसी की जिंदगी पर इससे बड़ा वज्रपात भला क्या हो सकता है? आखिर खुशी को इतनी जल्दी क्या थी कि आई और चली गई! साहिल तो भंवर से किनारे लगाता है, यह कैसा साहिल है जिसने त्रिशा, अपनी पत्नी को ही गहरे भंवर में धकेल दिया।
10 फरवरी को निक्की और साहिल को सुबह 7.30 बजे निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़नी थी। निक्की का टिकट था, लेकिन साहिल का टिकट नहीं बन पाया। साहिल ने पुलिस को शायद बताया है कि वह निक्की के साथ उसके दक्षिण दिल्ली स्थित अपार्टमेंट से निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां उसे टिकट नहीं मिला तो गोवा का प्लानिंग कैंसल करके दोनों आनंद विहार आईएसबीटी की तरफ चल पड़े। फिर उन्हें पता चला कि उन्हें बस कश्मीरी गेट से मिलेगी, तो उन्होंने वहीं का रुख कर लिया। पुलिस के मुताबिक, साहिल सुबह 9 बजे कश्मीरी गेट पहुंचा। उसकी निक्की के साथ इस बात पर बहस हो गई थी कि उसकी लापरवाही के कारण गोवा जाने का प्लान कैंसल करना पड़ गया। दरअसल, साहिल को अगर ट्रेन टिकट मिल गया होता तो दोनों 10 फरवरी को गोवा में होते, लेकिन निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से उसे टिकट ही नहीं मिला। पुलिस को निक्की के ट्रैवल बैग से उसके नाम का टिकट मिला है। पुलिस को वह ट्रैवल बैग उस फ्रिज के पास ही पड़ा मिला, जिस फ्रिज में निक्की की लाश रखी हुई थी। पुलिस को लगता है कि साहिल को भी टिकट मिल गया होता तो वह निक्की की हत्या गोवा में करता।
अब साहिल की सच्चाई जानकर त्रिशा ही नहीं, उसके पूरे परिवार में किसी की जुबां ही नहीं खुल पा रही है। साहिल गहलोत की पत्नी त्रिशा तो यही सोच रही होगी कि आखिर निक्की ने भी तो साहिल को लेकर वही सपने देखे होंगे जो उसने देखे थे। साहिल अगर निक्की यादव के सपनों का ही नहीं, निक्की का ही गला घोंट सकता है तो फिर भविष्य में उसके साथ भी तो ऐसा हो सकता है। क्या यह सोचकर उसका दर्द और नहीं बढ़ता होगा?
9 फरवरी की शाम को शादी को लेकर निक्की और साहिल गहलोत का कार में झगड़ा हुआ था। बात इतनी बिगड़ गई कि गुस्साए साहिल ने कश्मीरी गेट स्थित आई एस बी टी पर मोबाइल चार्जर की केबल से निक्की का गला घोंट दिया। इसके बाद 35 किमी दूर मित्राऊ गांव पहुंचा। साहिल ने यहां अपने ढाबे के फ्रिज में निक्की का शव छिपा दिया। साहिल निक्की की लाश को ठिकाने लगा पाता, इससे पहले ही किसी ने पुलिस को खबर कर दी। पुलिस ने 10 फरवरी को ही यहां से लाश बरामद कर ली। गांव खेड़ी खुम्मार में शाम के समय मृतका निक्की का अंतिम संस्कार काफी गमगीन माहौल में कर दिया गया। घटना की सूचना के बाद से ही पूरा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ था और हर कोई दुखी दिखाई दे रहा था। जबकि निक्की के परिवार वाले लिव इन रिलेशनशिप से मना कर रहे है।
साहिल गहलोत ने एक गुनाह से तीन-तीन परिवार को तबाह कर दिया- अपना, निक्की और त्रिशा का। लेकिन गजब कलेजा है साहिल का जिसने सुबह हत्या की और शाम को सेहरा बांधकर निकल पड़ा नई जिंदगी की बसाने। आखिर परिवारों का क्या कसूर होता है, जिस बाप की बेटी चली गई, जिस बाप की शादी शुदा बेटी वापस घर आ जाये तीन दिन में ही, क्या गुजरेगी उन पर, और जिसने तीनों खानदान बर्बाद कर दिए, वो भी तो अपने माँ बाप की इकलौती संतान है। अब निक्की यादव का परिवार मांग कर रहा है कि साहिल को फांसी हो और सही मायने में देखा जाए तो इस घिनौने कांड के लिए फांसी तो बनती है। श्रद्धा और निक्की जैसी लड़कियाँ लाश के रूप में फ्रीज में ना जाये, इसके लिए समाज कोई कदम उठाएगा ? क्या माँ बाप इस लिव इन रिलेशनशिप जैसे नासूर से अपने बच्चों को बचा पाएंगे ? अनेकों सवाल हमारे जहन में घूम रहे हैं।
एडिटर इन चीफ