धरती पुत्र पूर्व चीफ मिनिस्टर मुलायम सिंह यादव का निधन -डिजायर न्यूज, नई दिल्ली

धरती पुत्र पूर्व चीफ मिनिस्टर मुलायम सिंह यादव का निधन

डिजायर न्यूज, नई दिल्ली- आज मेंदाता हॉस्पिटल में 82 साल के उत्तरप्रदेश के पूर्व चीफ मिनिस्टर मुलायम सिंह यादव ने अपने जीवन की अंतिम सांस ली। उनके पुत्र पूर्व चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव ने ट्वीट करके जानकारी दी। खबर सुनते ही देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मेदांता पहुंच कर श्रदांजलि दी। देश के प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने भी श्रद्धांजलि दी है। पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज सुबह 8.16 पर अंतिम सांस ली। वह 82 साल के थे। मुलायम सिंह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वह वेंटिलेटर पर थे। पिछले रविवार से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। पहलवान और शिक्षक रहे मुलायम ने लंबी सियासी पारी खेली। तीन बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे। केंद्र में रक्षा मंत्री रहे। उन्हें बेहद साहसिक सियासी फैसलों के लिए भी जाना जाता है।

मुलायम सिंह यादव का निधन अत्यंत दुखदाई: योगीआदित्य नाथ

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन अत्यंत दुखदाई है। उनके निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना एवं शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। यूपी सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। मुलायम सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।

भावुक हुए पीएम मोदी,

कई तस्वीरें ट्वीट कर लिखा- उनका निधन पीड़ा देता है , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर काफी भावुक नजर आए। उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर मुलायम सिंह यादव के बारे में बहुत कुछ लिखा, इसके साथ ही उन्होंने मुलायम सिंह के साथ अपनी कई तस्वीरों को ट्वीट किया। पीएम मोदी ने अपने ट्वीटों की श्रृखंला में लिखा, “मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे। उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे। उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। मुलायम सिंह यादव जी ने यूपी और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई।
राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, मुलायम सिंह यादव का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
रक्षामंत्री राजनाथ ने किया याद
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए ट्विटर पर लिखा, राजनीतिक विरोधी होने के बावजूद मुलायम सिंह जी के सबसे अच्छे संबंध थे
गृहमंत्री शाह ने दी श्रद्धांजलि
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, मुलायम सिंह यादव जी अपने अद्वितीय राजनीतिक कौशल से दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे। आपातकाल में उन्होंने लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए बुलंद आवाज उठाई।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने दी श्रद्धांजलि।
लालू यादव ने भी किया याद
राजद अध्यक्ष लालू यादव ने मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए कहा, समाजवादी वटवृक्ष सपा संरक्षक आदरणीय मुलायम सिंह जी के निधन की खबर से मर्माहत हूं।
अरविंद केजरीवाल ने दी श्रद्धांजलि
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर लिखा, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता श्री मुलायम सिंह यादव जी के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।
मुलायम सिंह यादव के निधन पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

 

 

 

 

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव की रविवार (2 अक्टूबर, 2022) को अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके चलते उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था । डॉक्टर सुशीला कटारिया के देखरेख में उनका इलाज चल रहाथा । मुलायम सिंह यादव को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। पिछले काफी समय से मुलायम सिंह का स्वास्थ्य खराब चल रहा है। लगातार डॉक्टर की टीम काम कर रही थी पर उन्हे बचाया नहीं जा सका।

मुलायम सिंह यादव का व्यक्तिगत जीवन – मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफई गाँव में मूर्ति देवी व सुघर सिंह यादव के घर एक किसान परिवार में हुआ। मुलायम सिंह यादव अपने पाँच भाई-बहनों में रतनसिंह यादव से छोटे व अभयराम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राजपाल सिंह और कमला देवी से बड़े हैं। प्रोफेसर रामगोपाल यादव इनके चचेरे भाई हैं। राजनीति में आने से पूर्व मुलायम सिंह यादव आगरा विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर (एम०ए०) और बी० टी० करने के उपरान्त इन्टर कालेज में प्रवक्ता नियुक्त हुए और सक्रिय राजनीति में रहते हुए नौकरी से त्यागपत्र दे दिया।

मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक जीवन

मुलायम सिंह यादव 1967 में पहली बार विधान सभा के सदस्य चुने गये और मंत्री बने। 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी बनाई। वे तीन बार क्रमशः 5 दिसम्बर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक, 5 दिसम्बर 1993 से 3 जून 1996 तक और 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री रहे। इसके अतिरिक्त वे केन्द्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। 2012 में समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिला। नेता जी के पुत्र और सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा की सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुद्दा जोर शोर से उठाया और प्रदेश के सामने विकास का एजेंडा रखा। अखिलेश यादव के विकास के वादों से प्रभावित होकर पूरे प्रदेश में उनको व्यापक जनसमर्थन मिला। चुनाव के बाद नेतृत्व का सवाल उठा तो नेताजी ने वरिष्ठ साथियों के विमर्श के बाद अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। अखिलेश यादव मुलायम सिंह के पुत्र है। अखिलेश यादव ने नेता जी के बताए गये रास्ते पर चलते हुए उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया.

जब लोक सभा पहुंच मुलायम सिंह यादव -1996 में मुलायम सिंह यादव ग्यारहवीं लोकसभा के लिए मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से चुने गए थे और उस समय जो संयुक्त मोर्चा सरकार बनी थी, उसमें मुलायम सिंह भी शामिल थे और देश के रक्षामंत्री बने थे। इसके बाद चुनाव हुए तो मुलायम सिंह संभल से लोकसभा में वापस लौटे। असल में वे कन्नौज भी जीते थे, किंतु वहाँ से उन्होंने अपने बेटे अखिलेश यादव को सांसद बनाया।

उनके ऊपर ‘भाजपा‘ के करीबी होने का आरोप लगे। जबकि राजनीतिक हलकों में यह बात मशहूर है कि अटल बिहारी वाजपेयी से उनके व्यक्तिगत रिश्ते बेहद मधुर थे। वर्ष 2003 में उन्होंने भाजपा के अप्रत्यक्ष सहयोग से ही प्रदेश में अपनी सरकार बनाई थी। अब 2012 में उनका आकलन सच भी साबित हुआ। उत्तर प्रदेश में ‘समाजवादी पार्टी‘ को अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल हुई है। 45 मुस्लिम विधायक उनके दल में हैं। हाल में भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी से भी उनका रिश्ता किसी से छुपा हुआ नहीं है। उनकी तबियत को लेकर प्रधानमंत्री के उनके बेटे अखिलेश यादव से बात की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भी उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है।

देश का सबसे बड़ा सियासी कुनबा

 

 

 

 

 

 

मुलायम सिंह यादव का परिवार देश का सबसे बड़ा सियासी परिवार है। आज की तारीख में इस परिवार के 20 सदस्य समाजवादी पार्टी का हिस्सा हैं। यह पार्टी उसी लोहियाजी के आदर्शों पर चलने का दावा करती है जो नेहरू की परिवारवाद की राजनीति को बढ़ावा देने की आलोचना करते थे। मुलायम सिंह की जिंदगी में कुछ ऐसे पल भी आए जिनसे वो खुद और उनका कुनबा विवादों में रहे।

अमर सिंह , जया प्रदा, जाया बच्चन , संजय दत्त से रिश्ते

डिजायर न्यूज के सूत्रों के हवाले से मुलायम सिंह यादव को बॉलीवुड के करीब ले जाने में उनके राजनीतिक दोस्त अमर सिंह का भी बड़ा योगदान रहा। मुलायम सिंह के करीबी दोस्त आजम खान को भी मुलायम ने उत्तरप्रदेश में एक कदवार नेता बनाया, जया बच्चन के साथ साथ जया पर्दा, संजय दत्त, राजबब्बर जैसे कितने ही बॉलीवुड सितारों को अमर सिंह ने उत्तरप्रदेश में उत्तार कर समाजवादी पार्टी को एक अलग मकाम तक पहुंचाया, कई दफा अमर सिंह और मुलायम सिंह के रिश्तो में खटास भी आई पर दोनों की दोस्ती बनी रही और मुलायम सिंह अमर सिंह को राज्य सभा भेजते रहे। एक समय ऐसा भी था जब मुलायम सिंह हर बात अमर सिंह से शेयर करते थे।

मुलायम सिंह यादव के अचानक चले जाने से देश की राजनीति को एक गहरा सदमा लगा है , जमीन से जुड़े मुलायम सिंह यादव धरती पुत्र कहे जाते थे। आज डिजायर न्यूज़ उनको अपने डिजायर परिवार की तरफ से श्रदांजलि अर्पित करता है और भगवान् से कामना करता है कि इस दुःख की घडी में परिवार को हौसला और सयम दे. मुलायम सिंह जी जैसे लोग बार बार धरती पर जन्म नहीं लेते। उनके चाहने वालो को इस दुःख की घडी में भगवान् सयम दे।

 

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ
10-10-2022 01:28 PM
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