राजनीतिक संरक्षण प्राप्त माफिया मुख्तार अंसारी की मौत , इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा मुख्तार का परिवार, अब्बास की परोल को लेकर देंगे अर्जी -डिजायर न्यूज़

राजनीतिक संरक्षण प्राप्त माफिया मुख्तार अंसारी की मौत , इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा मुख्तार का परिवार  -डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – उत्तरप्रदेश की योगी सरकार के कार्यकाल में पहले अतीक अहमद के बाद कल बांदा जेल में बंद पूरब के माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात हार्ट अटैक से मौत हो गई। मुख्तार की मौत के बाद पूरे यूपी में अलर्ट जारी किया गया है। कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। अभी हाल ही में मुख्तार अंसारी ने शक जताया था कि उन्हे धीरे धीरे जहर दिया जा रहा है ,दो दिन पहले ही जब मुख्तार अंसारी की तबियत ख़राब हुई तो उन्हे बाँदा के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन अगले दिन ही उसे छुट्टी मिल गई थी और वो वापस जेल चला गया था। कल अचानक मुख्तार अंसारी को जेल मैं हार्ट अटैक आया और फिर उसे हॉस्पिटल लाया गया जहा उसकी मोत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद मुख्तार अंसारी को उसके पैतृक गांव में दफनाया जायेगा वो भी पुलिस प्रशाशन की देख रेख में।

माफिया मुख्तार अंसारी के परिजनों पर अपराध के मामले
मुख्तार अंसारी पांच बार विधायक रहा। उस पर 59 केस दर्ज हैं। अफशां अंसारी: मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी पर 11 केस दर्ज हैं। वह फरार चल रही है। उस पर 75,000 रुपये का इनाम है। अब्बास अंसारी: मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी है। उसके खिलाफ आठ केस दर्ज हैं। वह कासगंज जेल में बंद है। उमर अंसारी: मुख्तार अंसारी का छोटा बेटा उमर अंसारी जालसाजी और अवैध कब्जे का आरोपी है। अभी जमानत पर है। निकहत अंसारी: निकहत अंसारी एमएलए अब्बास अंसारी की पत्नी है। अब्बास को जेल से भागने की साजिश का आरोप उस पर लगा है। अभी जमानत पर है। अफजाल अंसारी: मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर से सांसद हैं। उनके खिलाफ 6 केस दर्ज है। शिबगतुल्लाह अंसारी: मुख्तार अंसारी के सबसे बड़े भाई शिबगतुउल्लाह अंसारी पर 3 के दर्ज हैं। वह पूर्व विधायक रहे हैं।

mukhtar_ansari-uttar-pradesh-Dzire-News.
mukhtar_ansari-uttar-pradesh-Dzire-News.

मुख्तार अंसारी को 7 मामलों में सजा मिल चुकी थी

मुख्तार अंसारी को 7 मामलों में सजा मिल चुकी थी, जबकि 8 मामले में वह दोषी करार दिया गया था. अप्रैल 2023 में बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की हत्या के आरोप में उसे 10 साल की सजा हुई. 13 मार्च 2024 को एक आर्म्स लाइसेंस केस में अंसारी को उम्रकैद की सजा मिली. गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान की है. पहली बार मुख्‍तार ने अपराध की दुनिया में साल 1988 में कदम रखा था. 25 अक्टूबर 1988 को आजमगढ़ के ढकवा के संजय प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ हत्‍या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कराया था. हालांकि, अगस्‍त 2007 में इस मामले में मुख्‍तार दोषमुक्‍त हो गया था.

1990 के दशक में बना लिया अपना गैंग
1990 के दशक में मुख्तार अंसारी ने अपना गैंग बना लिया. उसने कोयला खनन, रेलवे जैसे कामों में 100 करोड़ का कारोबार खड़ा कर लिया. फिर वो गुंडा टैक्स, जबरन वसूली और अपहरण के धंधे में भी आ गया. उसका सिंडिकेट मऊ, गाजीपुर, बनारस और जौनपुर में एक्टिव था. पूर्वांचल में उस वक्त दो बड़े गैंग थे- ब्रजेश सिंह और मुख्तार अंसारी गैंग. 1990 में गाजीपुर में तमाम सरकारी ठेकों पर ब्रजेश सिंह गैंग ने कब्जा करना शुरू कर दिया था. इस दौरान उनका मुख्‍तार गैंग से सामना हुआ. यहीं से ब्रजेश सिंह से दुश्‍मनी शुरू हो गई. ब्रजेश सिंह ने मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमले भी कराए थे.

मुख्तार अंसारी पर दर्ज थे 65 केस
मुख्‍तार अंसारी पर हत्‍या, हत्‍या के प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी और कई अन्‍य आपराधिक कृत्‍यों में कुल 65 मामले दर्ज थे. इनमें से 18 मामले हत्या के थे. उसके खिलाफ लखनऊ, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, सोनभद्र, मऊ, आगरा, बाराबंकी, आजमगढ़ के अलावा नई दिल्‍ली और पंजाब में भी मुकदमे दर्ज थे. अंसारी के खिलाफ 2010 में कपिल देव सिंह की हत्या और 2009 में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में मीर हसन नामक व्यक्ति की हत्या के प्रयास मामले में आरोप साबित हो चुके थे.

मुख्तार अंसारी के खिलाफ ये है चर्चित केस

24 जुलाई 1990 को शिवपुर के देवेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ागांव थाने में डिकैती और अपहरण का मामला दर्ज कराया. इस मामले में सितंबर 1990 को पुलिस ने कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी. इसके बाद 3 अगस्त 1991 को अवधेश राय हत्‍याकांड में मुख्‍तार अंसारी के खिलाफ चेतगंज थाने में पूर्व विधायक अजय राय ने मुकदमा दर्ज कराया. 23 जनवरी 1997 को अपहरण के मामले में वाराणसी के भेलूपुर थाने में मुख्‍तार अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया. इस मामले में वह निचली अदालत में दोषमुक्‍त हो चुका है. 6 फरवरी 1998 को भेलूपुर थाने में मुख्तार अंसारी के खिलाफ NSA लगाया गया. 1 दिसंबर 1997 को मुख्‍तार के खिलाफ धमकाने का मामला दर्ज किया गया. 17 जनवरी 1999 को भेलूपुर थाने में मुख्तार के खिलाफ धमकाने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया गया. 20 जुलाई 2022 को कैंट थाने में आपराधिक साजिश समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया.

Mukhtar-ansari-UP-Don-and-family-Dzire-News
Mukhtar-ansari-UP-Don-and-family-Dzire-News

इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा मुख्तार का परिवार

कासगंज जेल में बंद बाहुबली विधायक अब्बास की पत्नी निकहत ने ससुर मुख्तार की मौत से एक दिन पहले अपने पति से मुलाकात की थी। करीब तीस मिनट तक दोनों की बात हुई। उधर जब मुख्तार की मौत की खबर मिली तो उनका पूरा परिवार अब्बास की पैरोल के लिए इलाहबाद हाईकोर्ट पहुंच गया है। खबर लिखने तक कोर्ट की कारवाही की खबर बाहर नहीं आई है।

उन्होंने कई बार बताया कि उन्हें धीमे-धीमे जहर दिया जा रहा है

मुख्तार अंसारी की मौत पर CPI(M) नेता बृंदा करात ने कहा, उनकी(मुख्तार अंसारी) मौत हिरासत में हुई है और मौत होने से पहले उन्होंने कई बार बताया कि उन्हें धीमे-धीमे जहर दिया जा रहा है। निश्चित तौर पर ये बहुत संदिग्ध परिस्थिति है जिसमें उनकी मृत्यु हुई। कोई अगर डॉन है और उसके खिलाफ बहुत सारे मामले दर्ज हैं तो न्याय की प्रक्रिया के अनुसार सजा मिलनी चाहिए, बार-बार बीमार हो रहे थे, बार-बार कह रहे थे कि धीमा जहर दिया जा रहा है लेकिन इसमें कोई जांच नहीं की गई।

मुख्तार अंसारी एक आपराधिक प्रवृत्ति के नेता थे
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत पर JDU नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि मुख्तार अंसारी एक आपराधिक प्रवृत्ति के नेता थे। दुर्भाग्य से वे लोकसभा और विधानसभा के भी सदस्य रह चुके थे। उनकी मृत्यु ने पूर्वांचल की राजनीति में काफी उथल-पुथल की है। सपा को इसे अपनी पार्टी की प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाना चाहिए नहीं तो चुनाव में समाजवादी पार्टी को भारी नुकसान होगा।

यह भगवान का आशीर्वाद है: अलका राय
डॉन मुख्तार अंसारी की मौत पर पूर्व भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने कहा कि मैं क्या कह सकती हूं? यह भगवान का आशीर्वाद है। मैं न्याय के लिए उनसे प्रार्थना करती थी और आज न्याय मिल गया है। हमें घटना (हत्या) के बाद कभी होली नहीं मनाई, मुझे लगा कि आज हमारे लिए होली है।
वहीं, पूर्व भाजपा विधायक कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय कहते हैं, मुझे और मेरी मां को बाबा विश्वनाथ और बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद मिला है। डॉन मुख्तार अंसारी की मौत पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आ रही हैं। अखिलेश यादव, मायावती समेत कई नेताओं ने मुख्तार की मौत की जांच की मांग की है।

Mafaiya-Don-Mukhtaar-Ansari-and-CM-Yogi-UP-Dzire-News
Mafaiya-Don-Mukhtaar-Ansari-and-CM-Yogi-UP-Dzire-News

योगी सरकार की बड़ी कारवाही

मुख्तार अंसारी ने करोड़ों रुपये कमाए थे। मुख्तार अंसारी गैंग की सदस्यों पर अब तक 155 एफआईआर दर्ज किए गए है। मुख्तार की अब तक कुल करीब 600 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। वहीं उसके 2100 से ज्यादा अवैध कारोबार को बंद किया जा चुका है। हालांकि योगी आदित्यनाथ की सरकार के दौरान मुख्तार अंसारी के वर्चस्व पर जबरदस्त कार्रवाई हुई है।

यूपी में मौत और हत्या का फर्क मिट गया
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक अलग तरह का प्रदेश बन गया है। मौत और हत्या का फर्क मिट गया है। मौत और हत्या का फर्क जब मिट जाए तो अराजकता होती है।

फॉरेंसिक रिपोर्ट पर ही विश्वास किया जा सकता है
मुख्तार अंसारी की मौत पर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि लोग जो संदिग्ध मौत की बात कहते हैं, वो जांच का विषय है। जांच में सत्यता के आधार पर बयान करना चाहिए। आज के दिन विज्ञान पर भरोसा करना चाहिए। फॉरेंसिक रिपोर्ट पर ही विश्वास किया जा सकता है। किसी की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।

Akhilesh-Yadav-Former-CM-UP-Dzire-News.
Akhilesh-Yadav-Former-CM-UP-Dzire-News.

यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “हर हाल में और हर स्थान पर किसी के जीवन की रक्षा करना सरकार का सबसे पहला दायित्व और कर्तव्य होता है। सरकारों पर निम्नलिखित हालातों में से किसी भी हालात में, किसी बंधक या क़ैदी की मृत्यु होना, न्यायिक प्रक्रिया से लोगों का विश्वास उठा देगा

⁠किसी दुर्घटना में हताहत दिखाकर ऐसे सभी संदिग्ध मामलों में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में जांच होनी चाहिए। सरकार न्यायिक प्रक्रिया को दरकिनार कर जिस तरह दूसरे रास्ते अपनाती है वो पूरी तरह ग़ैर क़ानूनी हैं। जो हुकूमत जिंदगी की हिफ़ाज़त न कर पाये उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक़ नहीं। उप्र ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘क़ानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।

काफिले के बीच में चलेंगी परिजनों की गाड़ियां
इसके बाद कोखराज हंडिया बाईपास से भदोही और भदोही से वाराणसी होते हुए गाजीपुर जाने का रूट तैयार किया गया है। एम्बुलेंस के साथ पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी रहेंगे। साथ ही, परिवार के लोगों की गाड़ियां काफिले के बीच में चलेंगी। आज ही मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। 400 किमी के सफर में पुलिस की गाड़ियों का काफिला रहेगा। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर गाजीपुर के लिए रवाना कर दिया जाएगा। इसके लिए बांदा से गाजीपुर का रूट प्लान तैयार किया गया। 400 किमी के सफर में बांदा से फतेहपुर, कौशांबी होते हुए प्रयागराज में एंट्री होगी।

मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम जारी

अधिकारियों के मुताबिक, पहले पांच डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराई जानी थी। लेकिन अब यह तय हुआ कि दो डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम कर रही है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। बिसरा भी सुरक्षित रखा जाएगा। उत्तरप्रदेश सरकार ने न्यायिक जांच के आदेश भी जारी कर दिए है।

Mayawati_ former-CM-UP-Dzire-News
Mayawati_former-CM-UP-Dzire-News

बसपा सुप्रीमो मायावती ने माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है जिससे कि मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। मायावती की पार्टी से ही मुख्तार अंसारी विधायक जीते थे। ऐसे माफिया पर आज भी राजनीती हो रही है जिसके खिलाफ अनेको मुक़दमे दर्ज़ है , और ये भी साफ़ हो गया है कि कैसे उसने लोगो को मोत के घाट उत्तारा। उस समय के डी एस पी शैलेंदर सिंह ने टीवी को दिए इंटरव्यू में बताया है कि कैसे उसे मुलायम सिंह यादव और मायावती जैसी नेताओ का संरक्षण मिला हुआ था।

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.