G20 Summit 2023- क्या है जी-20 समिट ? कितने देश इसमें शामिल होंगे

G-20 शिखर सम्मेलन का 18वां आयोजन दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में

दिल्ली बनी दुल्हन – जी -20

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – भारत को पहली दफा जी -20 शिखर सम्मेलन आयोजन करने का मौका मिला है ये दर्शाता है कि आने वाले समय में भारत विश्व गुरु बनने जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है ,सरकार इस सम्मेलन में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। 8 से लेकर 10 सितम्बर 2023 को इस सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमें 20 देशो के प्रमुख भाग लेंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका ,ब्रिटेन ,दक्षिण कोरिया ,फ्रांस,चीन,कनाडा,ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश जैसे बड़े बड़े देश भाग लेंगे।

दिल्ली में अगले महीने जी-20 शिखर सम्मेलन होने वाला है। इसमें कई देशों के नेता शामिल होंगे, जो इस समूह का हिस्सा है। इस साल जी-20 की अध्यक्षता भारत के पास है। ऐसे में इसकी थीम वसुधैव कुटुंबकम यानी ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ रखी गई है। देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 8  से 10 सितंबर तक आयोजित होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। पूरा देश इस सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है।

तीन दिन दिल्ली थम जाएगी

देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 8  से 10 सितंबर तक आयोजित होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। पूरा देश इस सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। आयोजन के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सभी केंद्र सरकार के कार्यालय, बैंक और वित्तीय संस्थान 8 से 10 सितंबर तक बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग  द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि शहर भर के सभी शैक्षणिक संस्थान और सरकारी और निजी कार्यालय इन तीन दिनों के दौरान बंद रहेंगे। मेट्रो को भी नई दिल्ली के कुछ स्टेशन को बंद करने के आदेश दिये गए है। जरुरी सुविधाओं को इस से अलग रखा गया है।

यह देश हैं जी-20 का हिस्सा

जी-20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इस समूह का भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) हिस्सा हैं। भारत ने एक दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया से इस बार की जी20 की अध्यक्षता हासिल की थी। जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन दिल्ली आने वाले हैं। वह सात से दस सितंबर तक भारत यात्रा पर रहेंगे। वह इस दौरान स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने, यूक्रेन संघर्ष के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को कम करने सहित वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे।  प्रधानमंत्री ऋषि सुनक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं। खबरों की माने तो सुनक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक अलग द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें वह ब्रिटेन-भारत व्यापार वार्ता पर चर्चा करेंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे बोक ने इस महीने की शुरुआत में यह जानकारी दी थी।  फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन इस साल भारत में होने वाले जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली आएंगे। बताया जा रहा है कि वह नई दिल्ली के क्लैरिजेस होटल में ठहरेंगे।  शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे। शी ताज होटल में रुक सकते हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी पुष्टि कर दी है कि वह भी सम्मेलन में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि वह जी-20 सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि दुनिया यूक्रेन के साथ खड़ी है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज 9 से 10 सितंबर तक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त अंदालिब एलियास ने सोमवार को साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगी। इलियास ने कहा कि इस दौरान हो सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएम शेख हसीना के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हो। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके जानकारी दी कि वह सम्मेलन का हिस्सा नहीं बन सकेंगे। पुतिन ने कहा कि बैठक में रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे।

भारत के लिए ये बड़े फक्र की बात है कि जी -20 शिखर सम्मेलन की महज़बानी कर रहा है , वो भी ऐसे समय में जब हाल ही में चंद्रयान -3 ने चाँद पर पहुंच कर एक इतिहास रचा है।  भारत के प्रधानमंत्री नरेदर मोदी की विदेश नीति का ही ये एक बड़ा क़दम है जो आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। हर भारतीय के लिए ये गौरव का समय है। सुरक्षा के लिहाज से सभी तैयारी पूरी कर ली गई है , ड्रोन से भी पूरी दिल्ली पर नज़र रखी जा रही है। 15 दिन के लिए धारा 144 लागु कर दी गई है। किसी भी हालत से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसी तैयार है। डिजायर न्यूज़ सभी देश वासियो को इस महान शिखर सम्मेलन की अभी से बधाई देता है।

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

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