करवाचौथ – नारी की तपश्या का एक छोटा सा प्रयोग -डिजायर न्यूज़
करवाचौथ – नारी की तपश्या का एक छोटा सा प्रयोग -डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – करवाचौथ का व्रत सिर्फ नारी की एक दिन की कहानी नहीं है कि उसने सिर्फ एक दिन व्रत रखकर चाँद को देखकर व्रत खोला और पति की लम्बी उम्र की कामना की। शादी के बाद एक नारी का रूप अनेको रिशतों में बट कर रह जाता है उसकी अपनी जिंदगी दूसरों की जिंदगी में मिलकर रह जाती है। त्याग और तपश्या का कोई रूप अगर बनाने वाले ने दिया तो सिर्फ नारी को ही दिया है हर रूप में उसको पीड़ा देकर उसे सहन करने की शक्ति दी है। हर सुबह उसके उठने के साथ ही उसका कर्म शुरू हो जाता है और रात होने तक हर दिन उसके लिए करवाचोथ है क्यों की उसका अपना काम सब के बाद में सुरु होता है। जितने भी कठिन से कठिन काम है वो नारी के हिस्से में आये है कस्टो के बाद भी उसको हर दिन एक नई परीक्षा से गुजरना पड़ता है। आज करवा चौथ है। इस त्यौहार को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। सुहागिन महिलाएं इस दिन व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं और रात में चंद्रमा के दर्शन एवं पूजा कर अपना व्रत खोलती हैं।
वैसे तो अनेको कहानियाँ है करवाचोथ की , सावित्री ने अपने पति के प्राण यमराज से वापस करवा लिए , तो कही करवा के पति को जब मगरमछ ने अपने मुँह में ले लिया था तो एक दाग़े से मगरमछ को बाँध कर यमराज से अपने पति को बचा कर वापिस लेकर आ गई थी। ये सब पुरानी कहानियां हमे मोटीवेट तो करती है लेकिन आज के युग की नारी की तो कल्पना करना भी आसान नहीं होता। घर में सुबह से लेकर रात तक , साल के 365 दिन , मशीन की तरह काम , त्योहारों पर और भी अधिक काम, साथ में नौकरी या बिज़नेस में हाथ बटा कर परिवार को आगे बढ़ाना , अपने आप में दुनिया का सब से बड़ा रूप है। घर के हर इंसान की हर जरुरत को पूरा करना मानो जैसे उसका धर्म ही हो। एक पत्नी , एक माँ,एक बहन अनेको रूपों को एक साथ निभाना और मुस्कुराते हुए अपने सुखो का त्याग करना , किसी को सीखना है तो वो है हमारी हर दिन की करवा नारी।
श्याद नारी की ख़ुशी को कोई समझ नहीं पाता , कैसे ख़ुशी उसको मिलती है। अगर बच्चे उसके साथ बैठ कर खाना खा रहे है उसके काम की सरहाना करते है प्यार से बोलते है तो सब से ज्यादा ख़ुशी उसको मिलती है , अगर पति उसको समय दे और सम्मान दे तो सब से बड़ी उसकी ख़ुशी आप उसके चेहरे से देख सकते है। करवाचोथ के दिन ही नहीं अनेको दिन वो अपनों के लिए भूखी रहती है लेकिन घर में किसी की कोई जरुरत पूरी न हो , ये हो ही नहीं सकता।
करवाचोथ पर अगर वो अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है तो पति को ये कामना हर दिन करनी चाहिए , क्यों की वो हर रोज आप को यमराज से बचा कर एक जीवन दान देती है। एक समय में जब बड़ी होकर औलाद भी आप से दूर हो जाती है और आप उसे कोई शारीरक और मानसिक सुख भी पाते तब भी उसकी एक ही कामना रहती है कि वो सुहागिन की मरे। दिल से भले ही हर पति कामना करता हो पत्नी की लम्बी उम्र की पर वो कह नहीं पाता।
आज के इस करवाचोथ पर हर पति पत्नी को जीवन में दुख सुख में साथ रहने के लिए व्रत लेना चाहिए। छोटी छोटी जीवन की ख़ुशी जीवन को खुशहाल बना देती है और नारी को सिर्फ और सिर्फ सम्मान चाहिए जिसकी भूख उसे हमेशा रहती है। जिसघर में नारी का सम्मान होता है वहाँ यमराज आस पास भी नहीं आ सकते है। जिस साडी में हमे नारी सूंदर लगती है उसका अंदाजा शायद ही किसे को हो , कितने ग़म उस साड़ी के अंदर छिपा कर रखे है। आज के इस पावन अवसर पर हर पत्नी की मनोकामना पूरी हो ऐसा हम भगवान से प्राथना करते है। दंपती जीवन या उसमें प्रवेश करने की कामना को एक शक्ति प्रदान हो। शाम के वक्त 7 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 48 मिनट तक करवा चौथ पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त रहेगा। शाम 7:09 बजे के बाद से किसी भी समय व्रती महिलाएं करवा चौथ की पूजा कर सकती हैं। करवा चौथ के दिन शिव परिवार और करवा माता की पूजा की जाती है। पूजा के दौरान इन मंत्रों का जाप जरूर करें। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है। गणेश मंत्र- ॐ गणेशाय नमः , शिव मंत्र- ॐ नमः शिवाय ,मां पार्वती जी का मंत्र- ॐ शिवायै नमः ,चंद्रदेव को अर्घ्य देते समय मंत्र- ॐ सोमाय नमः [पिक्चर का श्रय गूगल को जाता है ]
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ