विश्व कुश्ती संघ ने दिया भारतीय कुश्ती महासंघ को झटका
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली- काफी समय से भारतीय कुश्ती संघ चर्चा में रहा है पहले मैडल जीतने में तो उसके बाद यौनशोषण में। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण पर गहन आरोप लगे केस भी दर्ज़ हुआ धरना प्रदर्शन भी हुए। देश की महिला खिलाड़ियों के साथ मार पीट के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए। लेकिन बृजभूषण शरण पर ना तो सरकार झुकी ,ओर साथ साथ कोर्ट ने भी बृजभूषण को जमानत पर छोड़ दिया। बृजभूषण शरण का कार्यकाल ख़तम हो चूका है और कई महीने पहले भारतीय कुश्ती महासंघ में चुनाव होने थे।
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव कई बार स्थगित हो चुके हैं। कई राज्यों के कुश्ती संघ चुनाव की मौजूदा प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं और उनकी याचिका पर कई बार कुश्ती संघ के चुनाव पर रोक लग चुकी है। इसी वजह से विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित कर दी है।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कार्यकाल काफी पहले खत्म हो चुका है। हालांकि, पहलवानों के प्रदर्शन के चलते कार्यकाल खत्म होने से पहले ही उन्हें कुश्ती संघ के कामकाज से अलग कर दिया गया था। इसके बाद तदर्थ समिति बनाई गई, जिसके ऊपर चुनाव का आयोजन कराने की जिम्मेदारी थी। समिति ने चुनाव कराने की लिए कई तारीखें तय की और अलग-अलग पदों के लिए उम्मीदवारों ने आवेदन भी कर दिए, लेकिन पहले गुवाहाटी हाईकोर्ट और फिर चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने पहले ही साफ किया था कि अगर समय पर चुनाव नहीं होते हैं तो भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित की जा सकती है। अब तक चुनाव नहीं होने पर कुश्ती की कुश्ती की वैश्विक संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दी है।
भारतीय कुश्ती संघ में 15 पदों के लिए चुनाव 12 अगस्त को होने वाले थे। उत्तर प्रदेश से भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह सहित चार उम्मीदवारों ने इस पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। चंडीगढ़ कुश्ती संस्था के दर्शन लाल को महासचिव पद के लिए नामांकित किया गया था, जबकि उत्तराखंड के एसपी देसवाल को बृज भूषण शिविर से कोषाध्यक्ष के लिए नामांकित किया गया था। चुनाव में महाराष्ट्र और त्रिपुरा में चुनावों में कोई प्रतिनिधि नहीं होगा, क्योंकि रिटर्निंग ऑफिसर ने दोनों गुटों के दावों को अयोग्य माना।
विश्व कुश्ती संघ (यूनाइडेट वर्ल्ड रेसलिंग) ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित कर दी है। भारतीय कुश्ती संघ में चुनाव नहीं होने की वजह से यह कार्रवाई की गई है। कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित होने के चलते आगामी विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारतीय पहलवान भारत के झंडे के तले नहीं खेलेंगे। भारतीय पहलवानों को 16 सितंबर से शुरू होने वाली ओलंपिक-क्वालीफाइंग विश्व चैंपियनशिप में ‘न्यूट्रल एथलीट’ के रूप में भाग लेना होगा। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का कार्यकाल काफी पहले ही खत्म हो चुका है। इसके बाद कुश्ती संघ में चुनाव कराने के कई प्रयास किए गए और सुप्रीम कोर्ट ने कई बार चुनाव की तारीखें तय की, लेकिन अलग-अलग हाईकोर्ट अलग-अलग राज्य के कुश्ती संघों की याचिका के आधार पर चुनाव में रोक लगाते रहे हैं। इसी वजह से अब तक कुश्ती संघ के चुनाव नहीं हो पाए हैं।
विश्व कुश्ती संघ (यूनाइडेट वर्ल्ड रेसलिंग) ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता निलंबित करने से सब से बड़ा नुकशान खिलाड़ियों को तब होता है जब वो जीतने के बाद भी अपने देश का झंडा नहीं फेरा सकते। आज भी भारतीय कुश्ती महासंघ पर बृजभूषण शरण का ही कब्ज़ा है वो जिसको चाहये अध्यक्ष बना सकता है उसकी पकड़ इतनी है। सरकार भी कही न कही बृजभूषण शरण के मामले में नरम ही दिखाई देती है। अब मामला कोर्ट में है ओर आने वाले समय में चुनाव कब होंगे ये अभी निश्चित नहीं है। चुनाव के बाद फिर से विश्व कुश्ती संघ निलंबन वापस लेता है या नहीं ये समय ही बताएगा। पर कुछ भी कहो ये हमारे खिलाड़ियों के लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है कि वो जितने के बाद भारत का झंडा नहीं लहरा पायगे।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ