गाज़ा की 500 मौत , खुद हमास या इजराइल जिम्मेदार ? – शर्त के साथ बंधकों को छोड़ने को तैयार हमास -डिजायर न्यूज़
गाज़ा की 500 मौत , खुद हमास या इजराइल जिम्मेदार ? – शर्त के साथ बंधकों को छोड़ने को तैयार हमास -डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – बीमारी या घायल अवस्था में इंसान अगर हस्पताल पहुंच जाए तो उसे लगता है कि अब वो बच ही जायेगा लेकिन उसे नहीं पता होता की मौत उसका यहाँ भी पीछा कर रही है , एक हवाई राकेट से गाजा का अल-अहली अस्पताल तभाह होने के साथ साथ लगभग 500 लोगो को भी मौत के मुँह में सुला गया। हवाई हमले की जिम्मेदारी इस्राइली वायु सेना (आई डीएफ) ने नहीं ली है। आईडीएफ ने इस हमले के लिए फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद सैन्य समूह के असफल रॉकेट लॉन्च को जिम्मेदार ठहराया है। इजराइल का कहना है कि ये हमास के आतंकियों का राकेट मिस फायर हो गया और वो खुद इस हमले के जिमेदार है। इजराइल का कहना है कि हमास के आंतकियो ने पहले हमारे बच्चो को मारा अब वो खुद अपने बच्चो को मार रहे है।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार इस्राइल के इस हमले में 300 लोगों की मौत हो गई है। वहीं गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस हमले में 500 लोगों के मरने की जानकारी दी है। मंगलवार रात को अल-अहली अस्पताल पर हुए इजरायली हवाई हमले ने कम से कम 500 लोगों की मौत हो चुकी है। इस अस्पताल में बड़ी संख्या में घायल और आश्रय लिए लोग रह रहे थे। अगर इसकी पुष्टि हो जाती है, तो यह 2008 के बाद से लड़े गए पांच युद्धों में अब तक का सबसे घातक इजरायली हवाई हमला होगा। अल-अहली अस्पताल की तस्वीरों में अस्पताल के हॉल में आग लगी हुई, शीशे टूटे हुए और पूरे क्षेत्र में शरीर के अंग बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 500 लोग मारे गये हैं।
गाजा पट्टी में हुए हवाई हमले की जिम्मेदारी इस्राइली वायु सेना (आई डीएफ) ने नहीं ली है। आईडीएफ ने इस हमले के लिए फलस्तीनी इस्लामिक जिहाद सैन्य समूह के असफल रॉकेट लॉन्च को जिम्मेदार ठहराया है। इस्राइली वायु सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, आईडीएफ की परिचालन प्रणालियों के विश्लेषण के अनुसार, इस्राइल की तरफ रॉकेटों की श्रृंखला छोड़ी गई थी जो अस्पताल के आसपास से गुजरी और वहीं फट गई। इस हमले के लिए इस्लामिक जिहाद आतंकी संगठन जिम्मेदार है।
क्यों इतनी जल्दी गाज़ा के आतंकी बन्धको को छोड़े को तैयार हो गए ? क्या उन्हे अपनी तभाही अब नज़र आने लगी है ? शनिवार सात अक्तूबर को ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड बैटल के तहत हमास ने इस्राइल पर हमला किया था। इस हमले के दौरान आतंकियों ने सैकड़ों इस्राइली नागरिकों को गाजा पट्टी में बंधक बना लिया। हमास के उच्च स्तरीय अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब 200-250 लोगों को बंधक बनाकर रखा है। मंगलवार को गाजा सिटी अस्पताल पर हमले के बाद हमास बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने को तैयार हो गया, लेकिन इसके लिए उसने इस्राइल के समक्ष एक शर्त रखी है। दरअसल हमास ने कहा कि यदि इस्राइल गाजा पर हमला करना बंद कर दे तो वह बंधकों को रिहा कर देगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद कहा कि अमेरिका और इज़राइल गाजा नागरिकों के लिए चिकित्सा सहायता और जीवन किट की सुविधा के लिए बातचीत कर रहे थे। साथ ही, सोमवार को इस्राइल गाजा को पानी की आपूर्ति फिर से शुरू करने पर सहमत हुआ।
गाजा सिटी अल-अहली अस्पताल में इजरायल के हमले के बाद से मध्य पूर्व के हालात बिगड़ने लगे हैं। मंगलवार शाम से ही तुर्की और जॉर्डन में राजनयिक मिशनों पर हमले के बाद पूरे मध्य पूर्व में दंगे भड़क गए हैं लेबनान में दूतावास पर पथराव हुआ। सैकड़ों लेबनानी प्रदर्शनकारियों ने राजधानी बेरूत में अमेरिकी दूतावास पर धावा बोल दिया। इन प्रदर्शनकारियों के हाथों में फिलिस्तीन के झंडे लहरा रहे थे। यह प्रदर्शन तब हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इजरायल के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए देश की यात्रा पर हैं। फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास हमले के बाद से ही हालात बेहद खराब हैं। बाइडन के इजरायल पहुंचने के कुछ घंटे पहले ही दूतावास के बाहर एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जॉर्डन का अपना दौरा रद्द कर दिया है।
इस बीच इजरायल के हमले से गुस्साए जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने बाइडन से मिलने से इनकार कर दिया है। बाइडन के इजरायल दौरे में अम्मान में रुकना भी शामिल था।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ