इजराइल -फिलिस्तीनी , रूस-यूक्रेन , अजरबैजान-आर्मेनिया और कुछ युद्ध के कगार पर- डिजायर न्यूज़

इजराइल -फिलिस्तीनी , रूस-यूक्रेन , अजरबैजान-आर्मेनिया और कुछ युद्ध के कगार पर- डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – रूस और यूक्रेन के युद्ध को जल्दी ही 2 साल पूरे हो जायेगी , हासिल क्या हुआ हज़ारो नागरिको की मौत। अब हमास के आतंकी हमले से इजराइल के कई सो लोग मारे गए तो जवाब में इजराइल ने फिलिस्तीनी हमास के आतंकी ठिकानों पर हमला करके कई सो लोग मारे जा चुके है जिनमें आतंकी कम आम नागरिक ज्यादा है।  युद्ध अपने आप में युद्ध है , युद्ध कोई हल नहीं है जान माल के साथ साथ उस देश की आर्थिक ग्रोथ कई साल पीछे चली जाती है।  आज हमास और इजराइल के कई शहर मीटी में मिल गए है चारो तरफ हाहाकार है गलियां खून से नहाई है। लाशो के ढेर को देख कर रूह काँप जाती है। युद्ध में जीतने वाला भी हारता है और हारने वाला भी। सब अपनों को खो चुके होते है।

मौजूदा समय में भी दुनिया एक से अधिक युद्धों का सामना कर रही है या ऐसे तनाव को देख रही है जिसमें दो मुल्क युद्ध की कगार पर खड़े हैं. रूस-यूक्रेन हो, अजरबैजान-आर्मेनिया हो, चीन-ताइवान हो, उत्तर कोरिया-दक्षिण कोरिया हो या भारत-चीन कई क्षेत्रों में तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच दुनिया का एक बड़ा भू-भाग तनाव का सामना कर रहा है. इजराइल और फिलिस्तीन के बीच यूं तो कभी भी शांति बहुत दिन नहीं टिकी है लेकिन शनिवार सुबह हमास, जिसका गाजा पट्टी पर कब्जा है, ने इजराइली शहरों पर हजारों रॉकेट दागे. जवाब में इजराइली पीएम ने कार्रवाई से पहले एक बयान जारी किया. नेतन्याहू ने कहा, ‘हम एक युद्ध में हैं।

इजराइल पर हमास ने हमला किया तो उनके आतंकियों पर इजरायल ने काउंटर अटैक करते हुए बमबारी शुरू कर दी। लेकिन इसराइल के लिए चुनौती सिर्फ हमास के आतंकियों का हमला ही नहीं बल्कि उसके आसपास के बॉर्डर पर कई ऐसे दुश्मन देश और आतंकी संगठन घात लगाए बैठे हैं जो इसका फायदा उठाने की फिराक में है। इस कड़ी में लेबनान के हिजबुल्लाह ने अपने दक्षिणी हिस्से से इजराइल के उत्तरी हिस्से में हमले की बड़ी तैयारी कर ली है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह-सुबह हिज्बुल्लाह ने उत्तर इजरायल के कुछ हिस्सों में रॉकेट दागने शुरू किए हैं। विदेशी मामलों के जानकारो की माने तो फिलहाल हमास के इस हमले के साथ लेबनान ही नहीं बल्कि इजरायल के लिए जॉर्डन, तुर्की समेत ईरान सीधे तौर पर बड़ी चुनौती बन गए हैं।

रूस ओर यूक्रेन

24 फरवरी 2022 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ‘स्पेशल ऑपरेशन’ के नाम से यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था. कुछ ही महीनों में यह लड़ाई अपने दो साल पूरे कर सकती है लेकिन न ही इसमें कोई हारा है और न ही जीत हासिल कर सका है. आज जिस तरह के हालत बने हुए है इस से पूरा विश्व कही न कही प्रभावित जरूर है। हर देश पहले तो खुद अपने अंदर की लड़ाई लड़ रहा है फिर उसे अपने दुश्मनो से भी लड़ना है , बाकी देश अपने अपने फायदे के लिए खड़े होते है।

फलिस्तीन और लेबनान की एंट्री

रक्षा मामलों के जानकार मानते हैं कि इस्राइल को इस बात का पूरी तरीके से अंदाजा है कि यह युद्ध सिर्फ हमास और फिलीस्तीन के साथ ही नहीं बल्कि इसकी शुरुआत के साथ उसके अन्य पड़ोसी दुश्मन देश भी इसमें सक्रियता से आगे आएंगे। इसमें सीधे तौर पर फलिस्तीन और लेबनान की एंट्री हो गई है। लेकिन इस्राइल की सेना और खुफिया एजेसियां जॉर्डन, सीरिया और तुर्की समेत ईरान की ओर से मिलने वाली आतंकी संगठनों की सहायता पर भी बारीकी से नजर बनाकर आगे की रणनीति तैयार कर रही है। जानकारों का मानना है जिस तरीके से इस्राइल ने खुद को युद्ध में डालने का ऐलान किया है उससे हालत फिलहाल अगले कुछ दिनों के लिए सामान्य जैसे होने का अंदाजा कम लग रहा है।

राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम -आयरन डोम

इस्राइल ने अमेरिका के सहयोग से राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम को ध्यान में रखते हुए आयरन डोम को रॉकेट हमलों का मुकाबला करने के लिए विकसित किया है। इस्राइल साल 2011 से इस प्रणाली का इस्तेमाल कर रहा है। इस्राइल की सेना और सरकार दावा करती है कि आयरन डोम दुनिया का सबसे विकसित एयर डिफेंस सिस्टम है और इसका सक्सेस रेट 90 प्रतिशत से भी ज्यादा है। लेकिन इस बार हमास ने इस इस का तोड़ निकाल कर 20 मिनिट में ही हज़ारो राकेट दाग कर आयरन डोम को भी मात दे दी।  आयरन डोम आसमान में खतरे को देखते ही उसे ९० परसेंट ख़तम करने की छमता के साथ बनाया गया है। पर अब की दफा हमास कामयाब हो गया। लेकिन अभी तक सब ये समझ नहीं पा रहे की इजराइल से इतने बड़ी चूक कैसे हो गई।

Israel-Hamas-War- Dzire News
Israel-Hamas-War- Dzire News

इसराइल ने ने ग़ज़ा पट्टी में हमास के 17 ठिकानों और 4 हेडक्वार्टर पर हवाई हमले

अबतक इसराइल और हमास के बीच संघर्ष में दोनों ओर के 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. हमास के हमले में अब तक 400 से ज़्यादा इसराइलियों की मौत हुई और 2000 लोग घायल हुए हैं जबकि कइयों का अपहरण कर लिया गया. इसराइल के जवाबी हमले में हमले में क़रीब 300 फ़लस्तीनियों की मौत हुई और 2000 घायल हुए हैं. ताज़ा स्थिति के मुताबिक, हमास लड़ाकों ने कई इसराइली नागरिकों और सैनिकों को ग़ज़ा पट्टी और दक्षिणी इसराइल में बंधक बना लिया है, जिन्हें छुड़ाने की कार्रवाई चल रही है. इसराइल ने ने ग़ज़ा पट्टी में हमास के 17 ठिकानों और 4 हेडक्वार्टर पर हवाई हमले किए हैं.लेबनान से रॉकेट हमले के जवाब में इसराइल ने भी कुछ ठिकानों पर बमबारी की है. लेबनान में मौजूद संगठन हिजबुल्लाह ने इसराइल के माउंट डोव पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है.

Israel-Hamas-War- Dzire News
Israel-Hamas-War- Dzire News

यह एक जंग है और हम ये जंग जीतेंगे- इसराइल के पीएम नेतन्याहू

इसराइल के सुरक्षा प्रमुखों की बैठक में पीएम नेतन्याहू ने घुसपैठियों के सफ़ाए के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि यह एक जंग है और हम ये जंग जीतेंगे.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसराइल में हुए “आतंकवादी हमलों” पर दुख जताया है और कहा है, हम इस मुश्किल घड़ी में इसराइल के साथ खड़े हैं.’
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि वह फलस्तीनी गुटों और क़ब्ज़े वाली इसराइली ताकतों के बीच पैदा हुई स्थिति के कारण अलग-अलग मोर्चों पर जारी हिंसा पर नज़र बनाए हुए हैं.

Israel-Hamas-War- Dzire News
Israel-Hamas-War- Dzire News
iran-President
iran-President

फ्रांस ,अमरीका ,भारत और ईरान

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसराइल में हुए आतंकवादी हमलों पर दुख जताया है और कहा है, हम इस मुश्किल घड़ी में इसराइल के साथ खड़े हैं. साथ ही इजराइल ने भारत का धन्यवाद भी किया है। फ़ांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, जर्मनी के विदेश मंत्री और यूरोपीय कमीशन की प्रेसीडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन हमास के हमलों की निंदा की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से फ़ोन पर बात करके इसराइल के साथ खड़े होने और उसे पूरा समर्थन देने की बात कही है.ईरान के सुप्रीम लीडर यातुल्लाह अली ख़ामेनेई के सलाहकार ने इसराइल में फ़लीस्तीनी लड़ाकों के हमले का समर्थन किया है.

PM Narinder Modi -Dzire News
PM Narinder Modi -Dzire News

इसमें कोई संदेह नहीं कि इसराइली ख़ुफ़िया एजेंसी और सुरक्षा संगठन खुद से ये सवाल कर रहे होंगे कि उनकी नज़रों से बचकर इतनी बड़ी कार्रवाई को हमास ने कैसे अंजाम दिया और क्यों वो इतनी बड़ी तबाही को रोक पाने में नाकाम रही.

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

Leave A Reply

Your email address will not be published.