किरण बेदी , कंचन चौधरी भट्टाचार्य और अब रश्मि शुक्ला डीजीपी महाराष्ट्र और नीना सिंह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल डीजी बनी -डिजायर न्यूज़
किरण बेदी , कंचन चौधरी भट्टाचार्य और अब रश्मि शुक्ला डीजीपी महाराष्ट्र और नीना सिंह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल डीजी बनी -डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – महिलाओ का योगदान हमेशा समाज के लिए अहम् रहा है देश की सब से पहले आई पी एस ऑफिसर किरण बेदी ने एक समय में दिखा दिया था कि कैसे एक महिला अकेले जेलों को सुधार सकती है , आज भी लोगो उनके कार्यो को याद रखते है , दुसरी तेज तर्रार भारत की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कंचन चौधरी भट्टाचार्य को उत्तराखंड का डीजीपी बनाया गया था अब वो इस दुनिया में नहीं है वो 1973 बेच की अधिकारी थी। उसके बाद कर्नाटक में भी एक दफा महिला को डीजीपी बनाया गया। गुरप्रीत कौर देव और शशि प्रभा द्विवेदी – पंजाब की दो महिला आईपीएस अधिकारी को राज्य में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पद हासिल हुआ हैं। अब एक साथ दो महिलाओ को सब से बड़ी जिमेदारी दी गई है इसमें राजस्थान कैडर की सीनियर IPS ऑफिसर नीना सिंह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की DG बनाया गया हैं और आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की नई डीजीपी होंगी। ये महिलाओ के लिए बड़े गौरव का पल है।
आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की नई डीजीपी
आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की नई डीजीपी होंगी. वह वर्तमान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रजनीश सेठ की जगह जिम्मेदारी संभालेंगी
हाई प्रोफाइल आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की नई पुलिस महानिदेशक (DGP) होंगी. सूत्रों ने शुक्रवार (29 दिसंबर) को यह जानकारी दी. शुक्ला वर्तमान पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रजनीश सेठ से राज्य पुलिस की बागडोर संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. रजनीश सेठ जल्द ही महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालेंगे. रश्मि शुक्ला फिलहाल डीजी पद पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. राज्य में शुक्ला ने अतीत में पुणे पुलिस आयुक्त और राज्य खुफिया विंग के निदेशक सहित कई प्रमुख पदों पर कार्य किया है. वह फोन टैपिंग केस के बाद चर्चा में रही थीं.
. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने वरिष्ठता के स्तर के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक सूची सौंपी है. वरिष्ठता के मामले में शुक्ला के बाद महाराष्ट्र पुलिस हाउसिंग एंड वेलफेयर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक संदीप बिश्नोई और मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर हैं. रश्मि शुक्ला 1988 बैच की हैं, वहीं बिश्नोई और फणसलकर 1989 बैच के हैं. रश्मि शुक्ला 30 जून 2024 को रिटायर होंगी तो बिश्नोई 31 मार्च 2024 और फणसलकर 31 मार्च 2025 को सेवानिवृत्त होंगे.
4 अक्टूबर 2023 को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रजनीश सेठ को एमपीएससी का अध्यक्ष नियुक्त किया था. हालांकि, तब उन्हें नया कार्यभार न संभालने और उनके स्थान पर किसी और को डीजीपी नियुक्त किए जाने तक इंतजार करने के लिए कहा गया था. 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी सेठ 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले हैं.
बॉम्बे हाई कोर्ट ने इसी साल 8 सितंबर को आईपीएस अधिकारी रश्मी शुक्ला के खिलाफ दो एफआईआर रद्द कर दी थीं. उन पर 2015-2019 के बीच कथित तौर पर राजनेताओं के फोन टैप करने का आरोप था, जब पिछला बीजेपी नेतृत्व वाला गठबंधन राज्य की सत्ता में था.मुंबई में दर्ज की गई पहली एफआईआर में शुक्ला पर पर शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और एनसीपी नेता एकनाथ खडसे के फोन को अवैध रूप से टैप करने का मामला दर्ज किया गया था, जबकि पुणे में दर्ज की गई दूसरी एफआईआर में उन पर कांग्रेस नेता नाना पटोले के फोन को अवैध रूप से टैप करने का आरोप लगाया गया था.
नीना सिंह बनी CISF की पहली महिला DG
राजस्थान कैडर की सीनियर आई पी एस ऑफिसर नीना सिंह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की डी जी बनाई गई हैं. नीना सिंह इस पद तक पहुंचने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. नीना सिंह मूलरूप से बिहार की रहने वाली हैं. उनके पति रोहित कुमार सिंह भी राजस्थान कैडर के आईएएस ऑफिसर हैं. नीना सिंह पहले सीआईएसएफ की एडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) थी. अब उन्हें डीजी बनाते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की पूरी कमान दे दी गई है.
मालूम हो कि नीना सिंह मूलरूप से बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली हैं. वो राजस्थान कैडर की आईपीएस ऑफिसर हैं. वो पहले राजस्थान की पहली महिला डीजी भी रही हैं. नीना सिंह को तेज तर्रार आईपीएस के रूप में जाना जाता है. उनके काम के लिए 2005 में उन्हें पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. नीना सिंह ने अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. सिंह राजस्थान कैडर की 1989 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वो अभी तक CISF (Central Industrial Security Forces) में एडीजी की जिम्मेदारी संभाल रही थी. वो राजस्थान पुलिस में डीजी पद पाने वाली पहली महिला ऑफिसर हैं. इसके पहले वो केंद्र सरकार में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले और नीरव मोदी मामलों की जांच में भी थी शामिल
आईपीएस नीना सिंह ने केंद्रीय जांच ब्यूरो [सीबीआई ] में संयुक्त निदेशक के रूप में काम किया है. सीबीआई में अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार विरोधी, आर्थिक अपराधों, बैंक धोखाधड़ी और खेल अखंडता से संबंधित कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच का हिस्सा रही. इसमें पीएनबी घोटाला और नीरव मोदी सहित महत्वपूर्ण मामलों की जांच का भी हिस्सा रही थीं.
नोबेल विनर इकोनॉमिस्ट के साथ भी किया काम
प्रशासनिक कामकाज के साथ-साथ नीना सिंह ने लेखन का काम भी खूब किया है. उन्होंने अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार विजेताओं, अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो के साथ शोध पत्रों का सह-लेखन भी किया है. वह राजस्थान राज्य महिला आयोग की सदस्य-सचिव भी थीं और महिलाओं के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए काम करती थीं. वे कोरोना महामारी के दौरान राजस्थान में प्रमुख शासन सचिव (स्वास्थ्य) की जिम्मेदारी संभाल रही थी.
इतने अहम् पदों पर सरकार की नियुक्ति ये दर्शाती है कि इन महिला आई पी एस अधिकारियो का रिकॉर्ड बहुत से साफ़ सुथरा और दबंग रहा है।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ