मोहन राज मध्य प्रदेश में , मोहन यादव को राज्य का चीफ मिनिस्टर बना बीजेपी ने फिर चौकाया -डिजायर न्यूज़

मोहन राज मध्य प्रदेश में , मोहन यादव को राज्य का चीफ मिनिस्टर बना बीजेपी ने फिर चौकाया -डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – आखिर कार 3 दिसंबर को बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद मध्य प्रदेश को युवा मुख्यमंत्री मिल ही गया। सभी बड़े बड़े दिगज नेताओ जैसे , कैलाश विजय वर्गीय , शिव राज सिंह चौहान , प्रल्हाद सिंह और नरेंदर सिंह तोमर सब को दरकिनार करके बीजेपी ने एक चौकाने वाला नाम मोहन यादव पर मोहर लगा दी। मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है। सोमवार को भोपाल में हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई गई। पार्टी द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा की मौजूदगी में सर्वसम्मति से मोहन यादव को राज्य का अगला मुख्यमंत्री चुना गया। सूत्रों के हवाले से मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव पूर्व चीफ मिनिस्टर शिवराज सिंह चौहान ने ही रखा , और सर्वसमित से उन्हे चुन लिया गया।

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भाजपा को मध्य प्रदेश में मिला था प्रचंड बहुमत

मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले गए थे। इसके नतीजे 3 दिसंबर को जारी हुए थे। नतीजों में भाजपा को प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल हुई थी। आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा के हिस्से में 163 सीटें आईं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। यहाँ कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था।1956 में मध्य प्रदेश बना। इसके पहले सीएम बने रविशंकर शुक्ल। तब से अब तक राज्य में 14 चुनाव हो चुके हैं। इसमें 32 साल कांग्रेस सत्ता में रही। उसके कुल 10 नेता 19 बार सीएम बने। भाजपा को पहली बार 1977 में इमरजेंसी के बाद और फिर 1990 में सत्ता मिली। हालांकि सरकार दोनों ही बार टर्म नहीं पूरा कर पाई। 1993 से 2003 तक कांग्रेस की दिग्विजय सरकार रही। 2003 से भाजपा सत्ता में है। सिर्फ, दिग्विजय और शिवराज ही टर्म पूरा कर सके।

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर जारी सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन यादव के नाम पर मुहर लग गई है। भाजपा की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से इनके नाम को मुहर लगी। इससे पहले भाजपा आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाकर सीएम चुनने की जिम्मेदारी सौंपी थी। पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को फाइनल किया गया।

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मोहन यादव उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक हैं। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। इनके लिए जो दो नाम सामने आ रहे हैं, वे हैं- जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला। जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ और राजेंद्र शुक्ला रीवा से विधायक हैं। इसके अलावा स्पीकर पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का एलान किया गया है। मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यह जो जवाबदारी दी है। आपके प्यार और सहयोग से मैं अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने का प्रयास करूंगा।

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मप्र के मुख्यमंत्री के लिए कैलाश विजयवर्गीय का नाम सबसे अधिक चल रहा था। इसके बावजूद उन्हें सीएम की कुर्सी न मिलना चौंकाने वाला है। भाजपा के सूत्रों का मानना है कि संगठन हमेशा ही सोच समझकर फैसले लेता है और कैलाश विजयवर्गीय की ताकत का उपयोग संगठन कई जगह करेगा। वैसे तो मध्य प्रदेश में चीफ मिनिस्टर की दौड़ में कई नाम थे , जिसमें सिंधिया से लेकर कैलाश विजय वर्गीय , नरेंदर तोमर और शिवराज सिंह चौहान फिर एक दफ़ा बनाना चाहते थे। लेकिन बीजेपी हमेशा चौकाने वाले फैसले लिया करती है। छत्तीस गढ़ की तरह अब मध्य प्रदेश के तीन बार के विधायक मोहन यादव मुख्य मंत्री होंगे। मामा की जगह अब मोहन राज आ गया है ,

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

 

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