नेपाल फिर बना भूकप का केंद्र , 132 लोगो की मोत के साथ , जान माल की हानि – डिजायर न्यूज़
Nepal again becomes the center of earthquake, with the death of 132 people, loss of life and property- Dzire News
नेपाल फिर बना भूकप का केंद्र , 132 लोगो की मोत के साथ , जान माल की हानि – डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – एक बार फिर भारत के समीप देश नेपाल में भूकंप ने वहाँ की धरती को तो हिलाया ही साथ साथ उसके झटकों ने भारत की राजधानी दिल्ली की भी नींद उड़ा दी , भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी की लोग घर से बाहर सड़को पर आ गए। भारत में इस भूकंप से जान माल को कोई नुकशान नहीं पंहुचा लेकिन नेपाल में जहा इसकी तीव्रता 6 .4 नापी गई है वहाँ जान माल के नुकशान के साथ साथ करीब 132 लोगो की जान चली गई और अनेको घायल है , मरने वालो का आकड़ा अभी बढ़ सकता है। नेपाल में इस साल कई दफ़ा भूकंप आ चूका है इसे पहले 2015 में भी नेपाल में भूकंप ने तबाही मचा दी थी और करीब 12000 से अधिक लोग उस समय मारे गए थे।
शुक्रवार की रात लखनऊ से लेकर दिल्ली तक में भूंकप के झटके लगे और डर से लोग घरों से निकल कर सड़क पर आ गए। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, रात 11.47 बजे भूकंप आया, जिसका केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का असर भारत और चीन में भी महसूस किया गया। पश्चिमी नेपाल में भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पहले 128 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। अब यह संख्या बढ़कर 132 हो गई है। वहीं, सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। भूकंप से कई घर ध्वस्त हो गए हैं। नेपाली अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रुकुम पश्चिम में 37 लोगों की मौत हो हुई है, जबकि जाजरकोट जिले में 95 लोगों की जान गई है। भूकंप के बाद से रेस्क्यू फोर्स बचाव अभियान में जुटी है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई है। वहीं, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड जाजरकोट पहुंच गए हैं। उन्होंने कल रात क्षेत्र में आए भूकंप से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। साथ ही, भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि पर दुख व्यक्त किया है।
लगभग 40 सेकंड तक लगातार भूकंप के झटके लगे है। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, रात 11.47 बजे भूकंप आया, जिसका केंद्र जाजरकोट में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप का असर भारत और चीन में भी महसूस किया गया। भारत में भी करीब 40 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। वहीं, नेपाल की राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। जाजरकोट काठमांडू से लगभग 500 किलोमीटर पश्चिम में है। भूकंप का झटका महसूस होते ही काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान लोग सड़कों पर डरे सहमे दिखे।
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने जान-माल के नुकसान पर दुख जताया
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया है। नेपाल के पीएमओ ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात 11.47 बजे जाजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और घरों की क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है। घायलों के तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी तीन सुरक्षा एजेंसियों को लगाया गया है। वहीं, उन्होंने देश के भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करने का फैसला लिया है। वो रवाना हो गए हैं।
भारतीय पीएम नरेंदर मोदी ने भी जताया दुख
भारत के पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट कर कहा, ‘भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’
2015 में आया था 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप
बता दें, हिमालयी देश नेपाल में भूकंप आना आम बात है। वर्ष 2015 में 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने पूरे देश का हिलाकर रख दिया था, जिसमें 12,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी और हजारों घर ध्वस्त हो गए थे। सोशल मीडिया पर भूकंप के बाद मची तबाही को लेकर कई फोटो भी वायरल हो रहे हैं. इन फोटो में दिख रहा है कि किस तरह से लोग अपनों को मलबे से निकालने की कोशिश में जुटे हैं. नेपाल में सभी हेली-ऑपरेटरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है. और प्रभावित क्षेत्रों से घायलों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा के लिए नियमित उड़ान आवाजाही निलंबित कर दी गई है. नेपाल ने खोज और बचाव कार्यों में सहायता के लिए सेना भी तैनात की है.
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ