पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने लक्षद्वीप दौरे की कई दिलचस्प तस्वीरें शेयर की, इसके बाद सोशल मीडिया पर मालदीप का पारा बढ़ने लगा – डिजायर न्यूज़

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने लक्षद्वीप दौरे की कई दिलचस्प तस्वीरें शेयर की, इसके बाद सोशल मीडिया पर मालदीप का पारा बढ़ने लगा – डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – वैसे तो हमारे देश के अभी तक के प्रधानमंत्री अपनी अपनी चीज़ो के लिए जाने जाते रहे है किसी को काम के कारण तो किसी को परिवार के साथ घूमने का शोक रहा पर नरेंदर मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जो देश के साथ साथ अपने निजी जीवन में भी अलग छाप छोड़ रहे है फिर चाहे जंगल सफ़ारी हो , चीतों को जंगल में छोड़ना हो या राममंदिर के लिए पल पल की खबर के साथ जाकर देखना जनता के दिल को छू जाता है। आज सोशल मीडिया पर लक्षदीप की जो तस्वीर साझा की वो ध्यानमुद्रा को दर्शाती हुई लोगो ने तो पसंद की ही साथ साथ लक्षदीप भी ट्रैंड करने लगा। उसकी खूबसूरत तस्वीरो ने सब का मन मोह लिया।

आज देश नहीं दुनिया भर की पसंद है हमारे देश के प्रधनमंत्री नरेंदर मोदी। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 4 जनवरी 2024 यानी साल क सुरु होते ही लक्षदीप जाकर पहले लोगो से मुलाकात की और फिर लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें शेयर की. इसके बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मालदीव ट्रेंड करने लगा. पीएम मोदी ने लक्षद्वीप में समुद्र किनारे मॉर्निंग वॉक किया. साथ ही कुर्सी पर बैठे भी नजर आए. उन्होंने लाइफगार्ड की मदद से स्नॉर्कलिंग करने की भी कोशिश की.

इसके बाद से ही एक्स पर मालदीव ट्रेंड करने लगा और लोगों ने लक्षद्वीप को घूमने के लिए बेहतर बताया. कई यूजर्स ने मालदीव के आर्कषक जगहों की तस्वीरें शेयर की. पीएम मोदी बुधवार (3 दिसंबर) को लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे. इस दौरान उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और लोगों से मुलाकात की और उनके आतिथ्य के उन्हें थैंक्यू कहा. पीएम मोदी ने एक्स पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि अगर आप एडवेंजर के शौकीन हैं तो लक्षद्वीप जरूर आएं.

PM-Modis-Lakshadweep-Dzire-News
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लक्षद्वीप, भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट से 200 से 440 किमी दूर लक्षद्वीप सागर में स्थित एक द्वीपसमूह है। पहले इन द्वीपों को लक्कादीव-मिनिकॉय-अमिनीदिवि द्वीप के नाम से जाना जाता था। यह द्वीपसमूह भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश होने के साथ साथ एक जिला भी है। पूरे द्वीपसमूह को लक्षद्वीप के नाम से जाना जाता है, हालाँकि भौगोलिक रूप से यह केवल द्वीपसमूह के केन्द्रीय उपसमूह का नाम है। यह द्वीपसमूह भारत का सबसे छोटा केंद्र-शासित प्रदेश है और इसका कुल सतही क्षेत्रफल सिर्फ 32 वर्ग किमी है, जबकि अनूप क्षेत्र 4,200 वर्ग किमी, प्रादेशिक जल क्षेत्र 20,000 वर्ग किमी और विशेष आर्थिक क्षेत्र 400,000 वर्ग किमी में फैला है। इस क्षेत्र के कुल 10 उपखण्डों साथ मिलकर एक भारतीय जनपद की रचना करते हैं। कवरत्ती लक्षद्वीप की राजधानी है, और यह द्वीपसमूह केरल उच्च न्यायालय के अधिकार क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। यह द्वीपसमूह लक्षद्वीप-मालदीव-चागोस समूह के द्वीपों का सबसे उत्तरी भाग है, और यह द्वीप एक विशाल समुद्रमग्न पर्वत-शृंखला चागोस-लक्षद्वीप प्रवाल भित्ति के सबसे उपरी हिस्से हैं। चूँकि द्वीपों पर कोई आदिवासी आबादी नहीं हैं, इसलिए विशेषज्ञ इन द्वीपों पर मानव के बसने का अलग-अलग इतिहास सुझाते हैं। पुरातात्विक साक्ष्यों के अनुसार 1500 ईसा पूर्व के आसपास इस क्षेत्र में मानव बस्तियाँ मौजूद थीं।

लक्षद्वीप की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मध्य मई तक है। मध्य मई से सितम्बर तक वर्षा होती है। हालाँकि लक्षद्वीप में सभी रिसॉर्ट पूरे साल खुले रहते हैं, लेकिन मानसून के दौरान जहाज से वहाँ पहुँचना मुश्किल होता है।

 

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

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