भारत और कनाडा के सम्बन्ध ओर बिगड़े – डिजायर न्यूज़
Relations between India and Canada worsen - Dzire News
भारत और कनाडा के सम्बन्ध ओर बिगड़े – डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के एक बेतुके बयान ने दोनों देश के रिश्तो को खटाई में डाल दिया है , एक बयान के बाद ही कनाडा मैं खालिस्तानियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है कल भारत के घोषित अपराधी सुक्खा दुनेके की 15 गोली मार कर हत्या कर दी गई। सुक्खा दुनेके का असली नाम सुखदूल सिंह बताया जाता है। वह 2017 में फर्जी दस्तावेजों के जरिए पंजाब से कनाडा भाग निकला था। दो गैंग के झगड़े में गैंगस्टर सुक्खा दुनेके की हत्या कर दी गई है। कुछ अज्ञात हमलावरों ने उसे मनितोबा प्रांत के विन्नीपेग में मार गिराया। सुखा कनाडा में खालिस्तान आंदोलन का बड़ा समर्थक रहा था।
भारत ने किया कनाडा का वीसा निलंबित
कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी नेता की हत्या को लेकर दोनों देशों के बीच बढ़ते कूटनीतिक विवाद के बीच ये फैसला आया है. भारत और कनाडा के बीच तल्खियां और बढ़ती जा रही है. भारी राजनयिक विवाद के बीच कनाडा में भारतीय वीज़ा सेवाएं निलंबित कर दी गईं. बीएलएस इंटरनेशनल – एक ऑनलाइन वीज़ा आवेदन केंद्र जो भारत और अन्य देशों के आवेदनों को संभालता है, उसके एक नोटिस में अपनी वेबसाइट पर यह संदेश पोस्ट किया: “परिचालन कारणों से, 21 सितंबर 2023 से, भारतीय वीज़ा सेवाओं को अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है. कृपया आगे के अपडेट के लिए बीएलएस वेबसाइट चेक करते रहें.”इसके तुरंत बाद नोटिस हटा लिया गया. सुक्खा की मौत भी खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की तरह ही हुई थी। निज्जर की भी सरे में 15 गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। इसे दो गैंगों के बीच जंग का नतीजा माना गया था। हालांकि, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बिना कोई सबूत दिए ही उसकी हत्या के भारत से जुड़े होने के आरोप लगाए हैं।
गैंगस्टर सुक्खा दुनेके
कनाडा से एक और खालिस्तान समर्थक गैंगस्टर के मारे जाने की खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो गैंग के झगड़े में गैंगस्टर सुक्खा दुनेके की हत्या कर दी गई है। कुछ अज्ञात हमलावरों ने उसे मनितोबा प्रांत के विन्नीपेग में मार गिराया। सुखा कनाडा में खालिस्तान आंदोलन का बड़ा समर्थक रहा था। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने पीनीपेग सिटी में भारत से फरार गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की हत्या की जिम्मेदारी ली है. लारेंस बिश्नोई के एक फेसबुक प्रोफाइल से पोस्ट की गई है जिसमें कनाडा में हुई हत्या की जिम्मेदारी ली गई है.
गौरतलब है कि सुक्खा दुनेके का असली नाम सुखदूल सिंह बताया जाता है। वह 2017 में फर्जी दस्तावेजों के जरिए पंजाब से कनाडा भाग निकला था। गौरतलब है कि सुक्खा की मौत भी खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की तरह ही हुई थी। निज्जर की भी सरे में 15 गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। इसे दो गैंगों के बीच जंग का नतीजा माना गया था। हालांकि, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बिना कोई सबूत दिए ही उसकी हत्या के भारत से जुड़े होने के आरोप लगाए हैं।
खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच डिप्लोमेटिक विवाद चल रहा है। इस बीच कनाडा में गैंगस्टर सुखदूल सिंह गिल उर्फ सुक्खा दुनेके की हत्या कर दी गई है। सुक्खा का नाम भारतीय एनआईए के लिस्ट में ए-कैटेगरी के गैंगस्टर के तौर पर शामिल है। वह 2017 में पंजाब से जाली पासपोर्ट तैयार करवाकर कनाडा भाग गया था। अपराध की दुनिया में आने से पहले सुक्खा दुनेके पंजाब के मोगा डीसी कार्यालय में काम करता था। सुक्खा दुनेके पुत्र गुरनैब सिंह मोगा के गाँव दुनेके कलां का रहने वाला है। एनआईए की ‘ए’ कैटेगरी में शामिल सुक्खा 2017 में पुलिस की मदद से जाली दस्तावेजों पर क्लीयरेंस सर्टिफिकेट लेकर कनाडा भाग गया था। जब वह फरार हुआ था, तब तक उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले थे।
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर इस उम्मीद में लगाया कि उन्हें अमेरिका, ब्रिटेन व ऑस्ट्रेलिया से समर्थन मिलेगा और ये देश भारत पर दबाव बनाएंगे। ट्रूडो कयास लगा रहे थे कि भारत पर निज्जर की हत्या के झूठे आरोप लगाकर उनकी सरकार खालिस्तानी आतंकियों और भारत विरोधी गतिविधियों को संरक्षण देने की वास्तविकता और जवाबदेही से बच जाएगी, लेकिन इसमें उन्हें पूरी तरह सफलता नहीं मिली है।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ की एक सीक्रेट मीटिंग की है. खुफिया सूत्रों का कहना है कि आईएसआई खालिस्तानी गतिविधियों को तेज करने के लिए फंडिंग कर रही है. खालिस्तान के सभी संगठन आई एस आई से हाथ मिला कर लगतार मीटिंग कर रहे है और कनाडा में जो भारतीय युवक है उन्हे गुमराह कर रहे है। भारत के खिलाफ ज़हर उगलने का काम तो शुरू से ही खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू करता रहा है। अब पन्नू ने भारतीयों को कनाडा छोड़ने की धमिकी भी दे डाली है। कनाडा सरकार का सपोर्ट मिलते ही खालिस्तान की मांग करने वालो के हौसले बुलंद हो चले है। गुरपतवंत सिंह पन्नू पंजाब के खानकोट का रहने वाला है. उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है. इसके बाद वह विदेश चला गया था. तभी से वह कनाडा और अमरीका में रह कर खालिस्तानी मूवमेंट चला रहा है और भारत के खिलाफ आग उगल रहा है।
कनाडा के भारतीय मूल के सांसद चंद्रा आर्या
कनाडा और भारत के बीच जारी कूटनीतिक विवाद के बीच कनाडा के भारतीय मूल के सांसद चंद्रा आर्या ने आरोप लगाया है कि कट्टरपंथी तत्व कनाडा के हिंदू समुदाय पर हमले कर रहे हैं और उन्हें भारत वापस जाने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने हिंदू-कनाडाई समुदाय से अपील की कि वह शांत, लेकिन चौकन्ने रहें और किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी तुरंत कानून प्रवर्तन एजेंसियों को दें। बता दें कि चंद्रा आर्या, कनाडा की सत्ताधारी लिबरल पार्टी के ही सांसद हैं।
पंजाब सरकार ने भी अपना एक्शन शुरू कर दिया है कई जगह गोल्डी बरार के ठिकानों और उसके करीबियों के यहाँ रेड सुरु कर दी है। दोनों देशो के बीच तनाव को लेकर सरकारों ने अपने अपने नागरिको के लिए एडवाइजरी ज़ारी कर दी है।
कनाडा के पास है बहुत जगह बना ले खालिस्तान
कनाडा के के पास इतनी जगह है कि वो पंजाब जैसे कई राज्य अपने यहाँ बसा सकता है अगर कनाडा को खालिस्तान से इतना ही प्यार है तो अपने यहाँ जगह देकर एक खालिस्तान राज्य अलग से बसा सकता है , इस पर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को जरूर विचार करना चाहिए। आज तक किसी भी देश ने ऐसे संगठनो की मदद नहीं की है जैसे कनाडा खुले में कर रहा है। सूत्रों और मीडिया के हवाले से कनाडा का विपक्ष कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की विफलता मान रहा है।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ