Sahi Ram Pehalwan is AAP party’s South Delhi Lok Sabha candidate, councilor, mayor, MLA and now contesting the election of MP
सही राम पहलवान आप पार्टी के साउथ दिल्ली से लोकसभा उम्मीदवार , पार्षद , मेयर , विधायक और अब सांसद का चुनाव लड़ रहे -डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – दो दफ़ा हार तो दफ़ा जीत कर राजनीत में अपनी पकड़ बनाने वाले सही राम कोई मामूली विधायक नहीं है , दो दफा सांसद रमेश बिधूड़ी के भतीजे विक्रम बिधूड़ी को हरा कर ये साबित कर दिया कि पहलवान चाहे अखाड़े में हो , या राजनीती का अखाडा हो , मौका मिलते ही दाव लगाकर जीत ही जाता है। सी आई एस फ और दिल्ली जल बोर्ड की नौकरी छोड़ पार्षद, डिप्टी मेयर, मेयर और फिर बने विधायक।
दक्षिण दिल्ली से उम्मीदवार सहीराम पहलवान 1993 से राजनीति में सक्रिय रहे और साल 1997 में पहली बार निर्दलीय चुनाव लड़कर पार्षद बनें. यह पहले कांग्रेस और फिर बीएसपी से चुनाव लड़ चुके हैं. मौजूदा में सहीराम पहलवान तुगलकाबाद सीट से आप पार्टी के विधायक हैं. दो दफ़ा बीजेपी के कैंडिडेट विक्रम बिधूड़ी को वो हरा चुके है। रमेश बिधूड़ी के परिवार से सही राम पहलवान का सालो से छतीस का आकड़ा रहा है , अब की दफ़ा सही राम पहलवान का मुक़ाबला दो दफा के सांसद रहे रमेश बिधूड़ी से होना था , पर बीजेपी ने उनका टिकट काट कर रामबीर सिंह बिधूड़ी को दे दिया।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राजधानी में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन हो चुका है. जो कि इंडिया गठबंधन के घटक दल है. दिल्ली की 7 लोकसभा सीटें हैं, जिसमें से आम आदमी पार्टी के 4 और 3 कांग्रेस लड़ने वाली है. आम आदमी पार्टी ने चारों सीट के उम्मीदवारों के नाम की ऐलान किया. आप ने नई दिल्ली सीट से सोमनाथ भारती, साउथ दिल्ली से सहीराम पहलवान, वेस्ट दिल्ली से महावल मिश्रा और ईस्ट दिल्ली से कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है.
सहीराम पहलवान तुगलकाबाद सीट से हैं विधायक
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सहीराम पहलवान का जन्म तुगलकाबाद के तेखंड गांव में हुआ था. वह कुश्ती के खिलाड़ी थे, इसलिए इनके नाम के साथ पहलवान शब्द जोड़ा गया. साथ ही राजनीति में आने से पहले सरकारी कार्मचारी रहे हैं. बता दें कि सहीराम सी आई एस एफ और दिल्ली जल बोर्ड में काम कर चुके हैं, दोनों नौकरियां उन्होंने खेल कोटे के जरिये पाई थी. ये नौकरियां छोड़ने के बाद उन्होंने अपने पिता के ट्रांसपोर्ट बिजनेस को संभाला.
पार्षद, मेयर और डिप्टी मेयर रह चुके हैं सहीराम पहलवान
सहीराम पहलवान राजनीति में 1993 में सक्रिय हुए, जब उन्होंने पहलवानी छोड़ी. 1993 से उन्होंने कांग्रेस के लिए काम किया, लेकिन 1997 में जब नगर निगम के लिए चुनाव लड़ने के लिए उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया. निर्दलीय चुनाव जीतकर पार्षद बने. फिल साल 1999 से 2002 तक एमसीडी के अध्यक्ष रहे. साल 2007 और 2013 में बसपा से निगम का चुनाव लड़ा और एक बार पार्षद और बार मेयर बने. वहीं साल 2013 में उन्होंने दिल्ली नगर निगम के डिप्टी मेयर पद भी हासिल किया.
2015 में तुगलकाबाद विधानसभा सीट से पहली बार बने विधायक
वहीं साल 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव में सहीराम पहलवान ने बसपा से तुगलकाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन दूसरे स्थान हालिस किया. जिसके बाद उन्होंने आप का दामन थामा. साल 2015 में सहीराम पहलवान ने पहली बार आप की तरफ से तुगलकाबाद विधानसभा सीट से विधायक बने. साथ ही 2020 में दूसरी बार अपनी जन्मस्थली से ही विधायक चुने गए. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने अपने विधायक सहीराम पहलवान को दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार चुना है.
बिधूड़ी से मुकाबला नहीं आसान
आपको बता दें कि जहां से सहीराम पहलवान को आप ने अपना उम्मीदवार बनाया है, वहां से बीजेपी से रमेश बिधूड़ी सासंद है. लेकिन इस दफा रमेश बिधूड़ी का टिकट काट दिया है अब उनकी जगह बीजेपी से रामबीर सिंह बिधूड़ी को टिकट दिया है। सही राम पहलवान का कहना है की उनके साथ बुजुर्गो और नोजवानो का साथ है। वो विधानसभा में भी अपने मुद्दों को उठाकर काम करवाते आये है। वो अपने काम और पार्टी की विचारधारा पर इस चुनाव में जायेगे और उन्हे लोगो को पूरा सपोर्ट मिल रहा है।
रामवीर सिंह बिधूड़ी से है अब मुक़ाबला
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1970 में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र कार्यकर्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर की। 1981 से 1985 तक वह कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के अध्यक्ष रहे। 1993 में जब दिल्ली को पहली विधानसभा मिली, तो श्री बिधूड़ी ने बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। बिधूड़ी 2003 से 2008 तक फिर से बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। एक विधायक के रूप में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण, उन्हें 2008 में तत्कालीन माननीय अध्यक्ष स्वर्गीय श्री सोमनाथ चटर्जी द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ विधायक’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 2013 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। श्री बिधूड़ी 2013 में बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में एक बार फिर विधायक चुने गए। वह फरवरी 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार श्री राम सिंह नेताजी को हराकर एक बार फिर विधायक चुने गए हैं।
साउथ दिल्ली का गणित क्या कहता है
2008 में संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के बाद, इसके अंतर्गत निम्न दिल्ली विधान सभा क्षेत्रों में शामिल हैं. बिजवासन ,पालम ,महरौली,छत्तरपुर,देवली
अम्बेडकर नगर , संगम विहार ,कालकाजी ,तुगलकाबाद और बदरपुर विधानसभा आती है। अगर 1989 से बात करे तो यहाँ से विजय कुमार मल्होत्रा 3 दफा सांसद रहे , 1989 , 1999 , और 2004 , दो दफा सुषमा सवराज 1996 और 1998 मैं सांसद रही। 1991 में मदन लाल खुराना जीत कर आये , सिर्फ 2009 मैं सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार एक दफा यहाँ से जीत कर लोकसभा पहुंचे। 2014 और 2019 में फिर बीजेपी के रमेश बिधूड़ी यहाँ से सांसद रहे है। अब की दफा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पहली दफा मिल कर चुनाव लड़ रही है तो कही न कही आप पार्टी के प्रत्याशी सही राम पहलवान का पलड़ा भारी नज़र आ रहा है। बिजवासन से भूपिंदर सिंह जून , पालम से भावना गौड़ , महरौली से नरेश यादव , छत्तरपुर से करतार सिंह तंवर , देवली से प्रकाश जारवाल , संगम विहार से दिनेश मोहनिया और कालकाजी से आतिशी मर्लेना आम आदमी पार्टी से है सिर्फ तुकलकाबाद से रामबीर सिंह बिधूड़ी बीजेपी से विधायक है। इस लोक सभा मैं 9 विधायक आप पार्टी से और एक बीजेपी से।
आप पार्टी को यहाँ कांग्रेस के वोटों का भी सीधा फायदा मिलता नज़र आ रहा है क्यों की पहले दोनों पार्टी अलग अलग चुनाव लड़ती थी पर अब इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिल कर चुनाव लड़ रही है दोनों का वोट शेयर अगर मिल जाता है तो बीजेपी की मुश्किल बढ़ सकती है।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ