बृजभूषण शरण के करीबी संजय सिंह बने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष – साक्षी ने कुश्ती को कहा अलविदा- डिजायर न्यूज़

बृजभूषण शरण के करीबी संजय सिंह बने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष – साक्षी ने कुश्ती को कहा अलविदा- डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – आखिर एक बार फिर बाहुबली बृजभूषण शरण ने अपने करीबी संजय सिंह को भारी वोटो से जीता कर हरियाणा को पीछे छोड़ दिया, अनीता स्योरान को करीब 7 वोट उनके पाले में रहे और संजय सिंह 40 वोट लेकर अध्यक्ष बन गए। इस बात से साफ़ साबित हो गया कि आज भी बृजभूषण शरण का भारतीय कुस्ती संघ पर पूरा कब्ज़ा है। RSS से जुड़े संजय सिंह वाराणसी के रहने वाले हैं और बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी हैं. संजय सिंह ‘बबलू’ को कुश्ती से बेहद लगाव है वह कुश्ती संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं. बृजभूषण के वफादार और यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय को 40 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी अनीता श्योराण को 7 वोट मिले.

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भारत की अनुभवी पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास का एलान कर दिया है। भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव गुरुवार 21 दिसंबर 2023 को संपन्न हुए। संजय सिंह भारतीय कुस्ती संघ के नए अध्यक्ष बने हैं। वह पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं। पहलावनों ने इस साल बृजभूषण शरण के खिलाफ ही मोर्चा खोला था और दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया था। अब उनके ही करीबी के अध्यक्ष बनने पर साक्षी ने संन्यास का फैसला कर लिया।

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पूर्व अध्‍यक्ष ब्रिज भूषण शरण ने कहा, फेडरेशन खेल देखेगा. यह पहलवानों की ओर से पहले की गई गलतियों पर ध्यान नहीं देगा. सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी को कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुना गया तो पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने कहा- हमें न्याय नहीं मिला. डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुने जाने पर संजय सिंह ने कहा कि यह श्रेय उन हजारों पहलवानों की जाता है, जिन्हें बीते कुछ महीनों में नुकसान हुआ।

पहलवान साक्षी मलिक ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। अगर बृज भूषण शरण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं। हमारा समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद। लड़ाई पूरे दिल से लड़ी। अगर अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह जैसा आदमी ही रहता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।साक्षी मलिक के संन्यास के बारे में जब बृजभूषण शरण सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा, – उससे मेरा क्या लेना-देना।

संजय सिंह ने अध्यक्ष बनने के लिए राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण को मात दी। बुधवार तक सर्वसम्मति से चुनाव की कोशिशें होती रहीं, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। संजय सिंह ने दावा किया था कि उनका खेमा चुनाव में हर पद पर जीतेगा और उन्होंने खुद जीत हासिल कर इसे सच साबित किया। संजय सिंह यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष रहे हैं और सांसद बृजभूषण शरण के बेहद करीबी माने जाते हैं। चुनाव से पहले की कई खबरों में कहा गया था कि संजय सिंह के खेमे के पास 50 वोट में से 41 का समर्थन है। असम, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर और ओडिशा के अलावा लगभग सभी राज्यों के कुश्ती संघ का समर्थन उन्हें मिलने की बात कही गई थी।

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बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाले बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट की ओर से धरना दिए जाने के बाद पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष को चुनाव से दूर रहने के लिए कहा गया। बृजभूषण न खुद चुनाव में खड़े हुए और न ही उनके पुत्र और दामाद चुनाव में खड़े हुए। सूत्र बताते हैं कि उन पर संजय सिंह को भी चुनाव से बाहर करने का दबाव बनाया गया, लेकिन यहां बात नहीं बनी। ब्रिज भूषण शरण की यह पकड़ बताती है कि आज भी उनकी ताक़त बरकरार है और कोई भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। एक तरफ लाखो आदमी खिलाड़ियों के साथ थे लेकिन सरकार तक के सामने भी बृजभूषण शरण नहीं झुके।

नवन‍िर्वाच‍ित अध्‍यक्ष संजय सिंह ने भविष्य में अपने कार्यों को लेकर कहा, कुश्ती के कैंप आयोजित होंगे, जो कुश्ती करना चाहते हैं, वो कुश्ती कर रहे हैं. बता दें, जनवरी में पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया था. उन पर यौन शौषण और धमकी देने के आरोप लगाये गए थे. इसे लेकर पुलिस ने बृजभूषण सिंह का बयान भी दर्ज किया था. अभी बृजभूषण शरण पर जो भी खिलाड़ियों ने केस दर्ज करवाए थे उनमें उन्हे दिल्ली की कोर्ट से तभी जमानत मिल गई थी। नाबालिक ने अपना केस ही वापस ले लिया था।

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उपाध्यक्ष पद पर पश्चिम बंगाल के असीत कुमार साहा, पंजाब के करतार सिंह, मणिपुर के एन फोने और दिल्ली के जयप्रकाश को चुना गया है. इस चुनाव में मोहन यादव हार गए हैं. उन्हें महज पांच वोट मिले हैं. मध्य प्रदेश का सीएम बनते ही मोहन यादव पहला चुनाव हार गए हैं. वह भारतीय कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे थे।

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

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