आवारा कुत्ते बने वाघ बकरी चाय समूह के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई की मौत का कारण – डिजायर न्यूज़

आवारा कुत्ते बने वाघ बकरी चाय समूह के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई की मौत का कारण – डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – 50 साल के पराग देसाई पर सुबह के सैर के दौरान कुछ आवारा कुतो ने हमला कर दिया और बचने के लिए वो जैसे ही भागे , गिरने से उनके सर पर चोट लगने के कारन उनके सिर पर गहरी चोट आई , उन्हे पास के हस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद उन्हें शेल्बी अस्पताल में भर्ती कराया गया. एक दिन तक निगरानी में रखने के बाद उन्हें सर्जरी के लिए ज़ायडस अस्पताल भेज दिया गया. ऑपरेशन के बाद भी डॉक्टर उन्हे नहीं बचा पाए ओर रविवार 22 अक्टूबर को उनका निधन हो गया।

वाघ बकरी चाय समूह के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई का 22 अक्टूबर को 50 साल की उम्र में निधन हो गया. कंपनी ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी शेयर की है. पिछले सप्ताह गिरने के बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ और एक सप्ताह वेंटिलेटर पर रहने के बाद रविवार को अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई. कंपनी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, “गहरे दुख के साथ, हम अपने प्रिय पराग देसाई के दुखद निधन की सूचना देते हुए दुखी हैं.

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अपने आवास के पास गिरने के बाद सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा था. ये हादसा तब हुआ जब उन पर स्ट्रीट डॉग्स ने हमला कर दिया. वो वाघ बकरी टी ग्रुप के बोर्ड के दो कार्यकारी निदेशकों में से एक थे और ग्रुप की सेल्स, मार्केटिंग और एक्सपोर्ट डिपार्टमेंट का नेतृत्व कर रहे थे. इसके साथ ही वो एक टी टेस्टिंग एक्सपर्ट भी थे. भारत के साथ साथ वाघ बकरी चाय समूह का कारोबार विदेशो में भी फैला हुआ है। 1995 में पराग देसाई ने वाघ बकरी चाय समूह को संभाला था , तब इसका कारोबार 200 करोड़ के करीब था अब बढ़कर 2000 करोड़ के करीब पहुंच गया था ऐसा सूत्र बताते है।

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कांग्रेस सांसद सांसद शत्ति सिंह गोहिल ने निधन पर जताया दुख

पराग देसाई वाघ बकरी चाय समूह के प्रबंध निदेशक रसेश देसाई के पुत्र थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी विदिशा और बेटी परीशा हैं. उनके निधन पर कांग्रेस सांसद शत्ति सिंह गोहिल ने दुख व्यक्त किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, बहुत दुखद खबर आ रही है. वाघ बकरी चाय के निदेशक और मालिक पराग देसाई का निधन हो गया. गिरने के बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था. उनकी आत्मा को शांति मिले. पूरे भारत में पूरे वाघ बकरी परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.देसाई ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया था और वह प्रीमियम चाय समूह की चौथी पीढ़ी के उद्यमी थे। समूह के बिक्री, विपणन और निर्यात प्रभाग का नेतृत्व करने और ब्रांड को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के अलावा, देसाई एक उत्साही चाय टेस्टर और मूल्यांकनकर्ता भी थे। उन्हें यात्रा और वन्यजीवन में गहरी रुचि थी और उन्होंने उदारतापूर्वक स्थिरता वाली परियोजनाओं के लिए अपना समय दिया।

हर इंसान सुबह चाय से ही अपना दिन शुरू करता है और ऐसे ही दिन की शुरुआत पराग देसाई से मॉर्निंग वाक से शुरू की आवारा कुत्तो से बचने के चलते वो गिर गए और इलाज़ के दौरान उन्हे नहीं बचाया जा सका। डिजायर न्यूज़ उनकी अकस्मात मृत्यु से उनके परिवार के साथ खड़ा है। भगवान उन्हे अपने चरणों में स्थान दे।

 

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

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