ब्रह्मकुमारी आश्रम की दो बहनो ने की आत्महत्या , आसाराम की तरह मिले सज़ा ,सी एम योगी से गुहार- डिजायर न्यूज़

Two sisters of Brahma Kumari Ashram committed suicide, should be punished like Asaram, appeal to CM Yogi

ब्रह्मकुमारी आश्रम की दो बहनो ने की आत्महत्या , आसाराम की तरह मिले सज़ा ,सी एम योगी से गुहार- डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में जगनेर थाना इलाके में बने ब्रह्मकुमारी आश्रम में रात दो सगी बहन ने चार लोगो पर प्रताड़ना का आरोप लगा कर आत्महत्या कर ली। आश्रमों में इस तरह की घटना ये कोई नई नहीं है दुनिया भर में जिनके करोडो चाहने वाले थे , बापू आसा राम के यहाँ भी ऐसे ही कांड हुए और आज एक दशक से भी अधिक वो जेल में है। बहनो ने मरने से पहले जो नोट छोड़ा है उसमें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से आग्रह किया है कि इन चारो को बापू आसा राम की तरह आजीवन कारावास की सजा मिले।

आगरा के जगनेर थाना क्षेत्र में स्थित ब्रह्मकुमारी के आश्रम में दो सगी बहनों ने शुक्रवार रात को आत्महत्या कर ली है. दोनों बहनों के शव पंखे के हुक से लटके हुए मिले हैं. जिसके बाद हड़कंप मच गया है. आत्महत्या से पहले दोनों बहनों ने आश्रम के व्हाट्स एप ग्रुप पर हाथ से लिखा सुसाइड नोट भी भेजा है, जिसमें आश्रम के चार कर्मचारियों को उनकी खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.

खबर के मुताबिक दोनों बहनों ने आठ साल पहले आश्रम में दीक्षा ली थी. चार साल पहले जब जगनेर के बसई रोड पर ब्रह्मकुमारी आश्रम बना तब से वो यहां रहने लगी थीं. इनमें बड़ी बहन का नाम एकता है, जिसकी उम्र 37 साल की थी और दूसरी बहन शिखा 34 साल की थी. परिजनों ने जब व्हाट्सएप ग्रुप पर आत्महत्या का मैसेज देखा तो वो घबराकर तत्काल आश्रम पहुंचे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.

Bapu-Aasa-Ram-in-Jail-Dzire-News.
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सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप

मरने से पहले दोनों बहनों ने सुसाइड नोट भी लिखा है और उसे आश्रम के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उनकी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. दोनों बहनें पिछले काफी समय से तनाव में चल रही थी. उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा कि हमारी मौत के बाद इस सेंटर को गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए ले लिया जाए और आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा दी जाए. मृतक एकता और शिखा ने आत्महत्या से पहले चार पेज का सुसाइड नोट लिखा था। शिखा ने एक पेज पर ही अपनी पूरी बात लिख दी। जबकि एकता द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट तीन पेज का था। जिसमें उन्होंने आश्रम के चार लोगों पर आरोप लगाए हैं। शिखा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि दोनाें बहनें एक वर्ष से परेशान थीं। उनकी मौत के लिए नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर आश्रम में रहने वाली एक महिला जिम्मेदार है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस
ब्रह्मकुमारी के आश्रम में दो बहनों की मौत की जानकारी मिलते ही डीसीपी सोनम कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जिसके बाद आसपास के इलाके की छानबीन की गई. पुलिस ने मौके से लिखित सुसाइड नोट भी बरामद किया है. दोनों बहनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. सुसाइड नोट और परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

yogi-adityanath.-CM-Uttar-Pradesh-Dzire-News
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योगी जी इन्हे आसाराम बापू की तरह मिले आजीवन कारावास
एकता ने लिखा है कि योगी जी इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास होना चाहिए। इन लोगों ने हमारे साथ तो गलत नहीं किया, लेकिन बहुतों के साथ किया है। किसी से पैसे लाते हैं, उसी पर केस कर देते हैं। सुसाइड नोट में एकता ने यह भी लिखा कि यह लेटर मुन्नी बहन जी और मृत्युंजय भाई साहब के पास पहुंच जाए। पुलिस को आश्रम से सुसाइड नोट मिल गया है। इसमें लगाए गए आरोपों की पुलिस जांच कर रही है। महिलाओ की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए है , क्या वो कही सुरक्षित रह सकती है , या उनके साथ हमेशा ऐसे हादसे होते ही रहेंगे ?

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

 

 

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