मन के रावण का दहन कब होगा , मन की गंदगी का पुतला फुकना जरुरी – डिजायर न्यूज़
मन के रावण का दहन कब होगा , मन की गंदगी का पुतला फुकना जरुरी – डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – सालो से एक ही प्रथा चली आ रही है कि दशहरे के दिन रावण का पुतला फुक कर अपने मन को तसल्ली दे देते है लेकिन कभी आज के समाज में फैले रावणो का हम कुछ नहीं करते। रावण के अंदर अनेको बुराई होने के साथ साथ अनेको अच्छाई भी थी , भगवान के प्रति उसकी आस्था , उसकी तपश्या उसका ज्ञान , इसे हम भूल जाते है लेकिन हम सिर्फ उसकी बुराई को अपने पल्ले से बाँध कर रूढ़िवादी परंपरा को निभाते आ रहे है। क्या जो लोग आज हमारी माँ बेटियों पर अत्याचार करते है उनका पुतला हमे नहीं फुकना चाहिए , क्या लाखो रूपये पुतला फुकने और पॉलुशन ख़राब करने जरुरी है। देश के कौने कौने में करोडो रूपये लगा कर सिर्फ रावण के एक पुतले को फुक कर खुश होने से अच्छा है उतना पैसा हम देश की अपनी बच्चियों और बहनों पर लगाए।
पुतला अगर फुकना ही है तो आप के आस पास जिसने भी महिलाओं या बच्चियों पर अत्याचार किया है उसका पुतला बनवाकर फुका जाए ताकि समाज में गलत काम करने वालो को महसूस हो। जगह-जगह रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा. ऐसे में एक गांव ऐसा भी है जिसका नाम ही रावण है और यहां दशहरे पर रावण की भव्य पूजा-आरती की जाती है. ये गांव मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में है जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं. रावण गांव में रहने वाले लोग शरीर पर टैटू गुदवाकर जय लंकेश, जय रावण बाबा लिखवाते है। रावण बाबा मंदिर के पुजारी पंडित नरेश तिवारी ने बताया कि उत्तर दिशा में तीन किमी दूरी पर एक पहाड़ी है. ऐसी मान्यता है कि इस पहाड़ी पर प्राचीन काल में बुद्ध नामक एक राक्षस रहा करता था जो रावण से युद्ध करने की इच्छा रखता था.
बताते है की बुध राक्षस रावण से लड़ने गया लेकिन उसकी चकाचोंध देखकर वो लड़ नहीं पाया और लगातार रावण के दरबार में जाता था एक दिन रावण ने उस से पूछ लिया की तुम यहाँ आते हो और बिना कुछ मांगे वापस भी चले जाते हो तब बुध राक्षस ने रावण को बताया की मैं आपसे लड़ाई लड़ना चाहता हु लेकिन यहाँ की चकाचोंध देखकर नहीं कर पता , तब रावण ने कहा की अपने यहाँ मेरी एक मूर्ति लगा कर लड़ लिया करो , तभी से यहाँ ये मंदिर स्थापित हो गया और लोग रावण की पूजा करने लगे। हर शुभ काम में लोग रावण की पूजा करते है।
दशहरा के मौके पर दिल्ली के लाल किला मैदान की रामलीला में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी मौजूद रहेंगी। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारका सेक्टर-10 में चल रही रामलीला में पहुंचेंगे।
24 अक्टूबर 2023 को देशभर में विजयादशमी उर्फ दशहरा मनाया जा रहा है। जगह-जगह आज रावण के बड़े-बड़े पुतले फूंके जाएंगे। दिल्ली की फेमस रामलीला में भी इस बार वो नजारा देखने को मिलेगा लेकिन इस बार ये खास होगा। क्योंकि इस बार एक महिला के हाथ से तीर चलेगी और रावण धूं-धूं होकर जलेगा। और वो कोई और नहीं, बल्कि बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेस कंगना रनौत होंगी। 50 सालों में ऐसा करने वाली पहली महिला होंगी एक्ट्रेस कंगना रनौत . उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी मुख्य अतिथि होंगे। लाल किले परिसर में ही होने वाली नव श्री धार्मिक लीला कमेटी में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पहुंचेंगी।
आज का रावण हमारे आस पास पूरे साल घूमता रहता है हमारी बच्चियों के साथ बलात्कार करता है लेकिन हम उसका पुतला नहीं फूकते क्यों की हमे अपनी पुरानी रूढ़िवादी सोच को कायम रखना है। समाज में हर वो इंसान रावण है जिसकी सोच घृणित है जो नारी का सम्मान नहीं करता , वो रावण है। इंसान को खुद अपनी अंतरात्मा को पहचान कर अपने अंदर के रावण को खुद दहन करना पड़ेगा। त्यौहार तो साल में एक दफा आते है और उन्हे हमे याद रख कर मानना भी चाहिए , ये आस्था है हमारी प्रभु राम के लिए। माँ सीता के लिए समाज में फैले घर घर में रावण को निकाल कर दहन करना होगा। असली दशहरा उस दिन मनेगा जब नारी सुरक्षित रहेगी और समाज में रावण ख़तम हो जायेगे।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ